किसानों ने बारिश से फसल नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग की

फर्रुखनगर के किसानों की मुआवजे की मांग
- गांव सुल्तानपुर और खेड़ा झांझरौला के ग्रामीणों की मांग
गुरुग्राम समाचार। फर्रुखनगर खंड के सुल्तानपुर और खेड़ा झांझरौला गांव के लगभग एक हजार एकड़ कृषि भूमि पर बारिश के कारण फसलों में जलभराव से हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसानों ने मुआवजे की मांग की है। इस संबंध में गुरुवार को कई किसानों ने भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष महेश यादव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ज्ञापन सौंपा।
तहसीलदार राव सज्जन कुमार बिछवालिया और बीडीपीओ नरेश श्योराण ने किसानों को आश्वासन दिया कि वे जल्द ही संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। ज्ञापन में महेश यादव, पंचायत समिति सदस्य रविंद्र राघव उर्फ बबली, सरपंच सीमा चौहान, प्रधान सोमबीर चौहान, पूर्व सरपंच सुशील चौहान, और अन्य ने बताया कि बारिश के कारण सुल्तानपुर, खेड़ा झांझरौला और आसपास के गांवों में फसलें जलमग्न हो गई हैं।
जलभराव से स्वास्थ्य पर खतरा
बरसात का गंदा पानी खेतों में जमा रहने से बदबू फैलने लगी है
बरसाती पानी की निकासी न होने के कारण फसलें पूरी तरह से नष्ट हो चुकी हैं। खेतों में जमा गंदा पानी आसपास के क्षेत्र में बदबू फैला रहा है, जिससे मच्छरों और मक्खियों का प्रकोप बढ़ रहा है। इससे मलेरिया, डेंगू और बुखार जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा, जलभराव के कारण किसानों की आजीविका पर भी बुरा असर पड़ रहा है, जिससे आगामी फसल जैसे सरसों और गेहूं की बुवाई भी मुश्किल हो गई है। इसलिए, किसानों की मांग है कि सरकार जल निकासी की व्यवस्था करे और नष्ट हुई फसलों की गिरदावरी कर उचित मुआवजा प्रदान करे।