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कैथल-तितरम हांसी रोड के फोरलेन प्रोजेक्ट में देरी, 67 करोड़ का प्रस्ताव वापस

कैथल-तितरम हांसी रोड के फोरलेन निर्माण का प्रस्ताव वापस ले लिया गया है, जिससे इस योजना में देरी हो रही है। केंद्रीय परिवहन मंत्री की पूर्व घोषणा के बावजूद, एनएचएआई ने इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया। 67 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भी फंड की कमी के कारण लौटाया गया है। इस स्थिति से आसपास के गांवों और वाहन चालकों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। जानें इस सड़क की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं के बारे में।
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कैथल-तितरम हांसी रोड के फोरलेन प्रोजेक्ट में देरी, 67 करोड़ का प्रस्ताव वापस

कैथल में सड़क विकास की स्थिति

कैथल: जिले की प्रमुख सड़कों में से एक, कैथल-तितरम हांसी रोड को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव मुख्यालय द्वारा वापस ले लिया गया है। इस स्थिति में, इस योजना के कार्यान्वयन में अभी समय लगेगा।


लगभग पांच साल पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की थी कि हांसी से जींद होते हुए कैथल के तितरम मोड़ तक सड़क को फोरलेन किया जाएगा। हालांकि, बाद में एनएचएआई ने इस फोरलेन प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया। तितरम मोड़ से अंबाला बाईपास तक सड़क के फोरलेन बनने की उम्मीद थी, लेकिन अब यह संभावना भी कम होती जा रही है।


सड़क का राष्ट्रीय राजमार्ग दर्जा खोना

सड़क से राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा छीना


इस सड़क का एक हिस्सा पहले राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा था, लेकिन अब यह शहर के अंदर आ गया है और नया बाईपास बनने के कारण इसका दर्जा छिन गया है।


तितरम मोड़ से जींद रोड बाईपास चौक तक का हिस्सा काफी खराब स्थिति में है। इस सड़क से रोजाना चंडीगढ़, हांसी, भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, असंध, और नरवाना की ओर सैंकड़ों रोडवेज, निजी बसें और अन्य वाहन गुजरते हैं।


दिन के समय, करनाल चौंक, ढांड रोड, और बस स्टैंड के पास कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इसी मार्ग पर लगभग सात साल पहले अनाज मंडी स्थापित की गई थी।


67 करोड़ रुपये का प्रस्ताव वापस

भेजा था 67 करोड़ रुपये का प्रपोजल


लोक निर्माण विभाग ने इस परियोजना के लिए लगभग 67 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था, जिसे फंड की कमी के कारण वापस कर दिया गया है। इसके निर्माण में देरी से आसपास के गांवों और वाहन चालकों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।


क्योंकि इस सड़क पर हमेशा भीड़ रहती है और हजारों वाहन चालक यहां से गुजरते हैं। इसे देखते हुए फोरलेन बनाने की मांग उठती रही है। विभाग अगले साल इसके लिए एस्टीमेट भेजेगा, लेकिन अगले दो साल तक वाहन चालकों को गड्ढों के साथ इसी सड़क पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।


कैथल के तितरम मोड़ से नूगरां और जींद से हांसी तक फोरलेन निर्माण के लिए सरकार ने फंड की कमी की बात कही है। तितरम मोड़ से नगूरां तक 34 किलोमीटर और जींद से हांसी तक 44 किलोमीटर की सड़क का निर्माण एचएसआरडीसी द्वारा किया जाना था, लेकिन अब यह निर्माण नहीं होगा।