कैथल में कचरा प्रबंधन के लिए सख्त कदम उठाएगी नगर परिषद

कचरा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई
कैथल। शहरी निकाय विभाग ने जिले में उन प्लॉट मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है, जिनके प्लॉट में कचरा फैला हुआ है। पहले नगर परिषद एक नोटिस जारी करेगी और प्लॉट मालिक को सफाई के लिए सात दिन का समय देगी। यदि इस अवधि के भीतर सफाई नहीं की गई, तो नगर परिषद अपने स्तर पर प्लॉट की सफाई कराएगी, जिसका पूरा खर्च प्लॉट मालिक से वसूला जाएगा। इसके अलावा, पांच हजार रुपए तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
शहर में कचरे की समस्या
प्लॉट मालिकों को अपने खाली प्लॉट की चारदीवारी भी बनवानी होगी, ताकि सफाई के बाद आसपास के लोग वहां कचरा न फेंक सकें। यह कार्रवाई हरियाणा शहर स्वच्छ अभियान के अंतर्गत की जा रही है, क्योंकि कई वर्षों से इन खाली प्लॉटों में कचरा भरा हुआ है। लोग अपनी सुविधा के अनुसार यहां कचरा फेंक देते हैं, जबकि शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए वाहन उपलब्ध हैं। इसके बावजूद, लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं, जिससे सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
कचरे से भरे खाली प्लॉट
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पुराने प्लॉटों में कचरा, मलबा और गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। एसबीआई रोड पर शिव मंदिर के पास तीन से चार खाली प्लॉट हैं, जो सभी कचरे से भरे हुए हैं। गर्वनमेंट कन्या स्कूल खरादिया मोहल्ले में एक बड़ा खाली प्लॉट है, जहां मलबा और कचरा भरा हुआ है।
काठमंडी के पास भी एक खाली प्लॉट है, जहां लोग गंदगी फैला रहे हैं। कुरुक्षेत्र रोड, नगर खेड़ा की बैक साइड, माता गेट, सीवन गेट सहित अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे खाली प्लॉट हैं, जहां गंदगी फैली हुई है।
खाली प्लॉट की सफाई की जिम्मेदारी मालिक की होती है। शहरवासियों को चाहिए कि जब उनकी गली में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के लिए गाड़ी आती है, तब उसमें ही कचरा डालें। उन्हें गीला और सूखा कचरा अलग करके डालना चाहिए। नगर परिषद ऐसे प्लॉट मालिकों को नोटिस जारी कर जुर्माना भी लगा सकती है।
कैथल के नगर परिषद के सीएसआई सुंदर सिंह ने बताया कि उनकी अपील है कि शहरवासी खाली प्लॉटों में कचरा न डालें। नगर परिषद ऐसे प्लॉट मालिकों को नोटिस जारी करेगी, ताकि वहां सफाई हो सके। शहरवासी कचरा लेने आने वाले वाहनों में ही कचरा डालें, ताकि शहर में सफाई बनी रहे। यदि सफाई नहीं हुई, तो मालिक पर जुर्माना लगाया जा सकता है।