कैथल में सड़क हादसों की बढ़ती संख्या पर प्रशासन की सख्ती
कैथल में सड़क सुरक्षा पर नई पहल
कैथल (सड़क दुर्घटना)। जिले में यदि खराब सड़क या उसकी गलत बनावट के कारण कोई दुर्घटना होती है, तो संबंधित विभाग के सड़क अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इसके साथ ही, एसडीओ और जेई को भी इस मामले में जिम्मेदार माना जाएगा। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी और सचिव द्वारा एक पत्र जारी किया गया है।
जिम्मेदार अधिकारियों की सूची
यह पत्र लोक निर्माण विभाग के एसई, बिजली निगम के एसई, एनएचएआई के परियोजना निदेशक, एचएसवीपी के इस्टेट ऑफिसर, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता, पब्लिक हेल्थ के कार्यकारी अभियंता, नहरी विभाग के कार्यकारी अभियंता, पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता, मार्केटिंग बोर्ड के कार्यकारी अभियंता, मुंसिपल कमेटी के अभियंता और रेलवे के कार्यकारी अभियंता को भेजा गया है।
237 सड़क हादसे
सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसका एक प्रमुख कारण सड़कों का मानक पूरा न होना है, हालांकि वाहन चालकों की गलती को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर के बीच 237 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से 145 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
प्रशासनिक बैठकों में सुरक्षा के दावे किए जाते हैं, लेकिन ये दावे सड़कों पर पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। लोक निर्माण विभाग के पास जिले में लगभग 550 सड़कें हैं, और मार्केटिंग बोर्ड व नगर परिषद की भी सैकड़ों सड़कें हैं। मानकों की कमी के कारण लोगों की जान जा रही है, लेकिन इस पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।
पत्र में निर्देश
सभी सड़क एजेंसियों को सूचित किया गया है कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में निर्देश दिए गए थे कि भविष्य में यदि किसी सड़क की खराबी या बनावट के कारण कोई दुर्घटना होती है, तो संबंधित विभाग के एसडीओ और जेई का नाम एफआईआर में शामिल किया जाएगा। इसके लिए संबंधित विभाग और उनके अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
