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कैप्टेन अमरिंदर सिंह की सेहत और कानूनी मुश्किलें बढ़ी

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह की सेहत में गिरावट आई है, और उनके परिवार के सदस्य चुनाव हारने के बाद निराश हैं। हाल ही में, उन्हें एक कानूनी झटका भी लगा है, जब पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। यह याचिका आयकर विभाग की फाइलें ईडी को न देने के संबंध में थी, जो विदेश में उनकी संपत्तियों से जुड़ी हैं। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
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कैप्टेन अमरिंदर सिंह की सेहत और कानूनी मुश्किलें बढ़ी

कैप्टेन अमरिंदर सिंह की स्वास्थ्य स्थिति

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह की तबीयत ठीक नहीं है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे हैं और उनका परिवार चुनाव में हार के बाद निराश है। हाल ही में यह जानकारी सामने आई थी कि उनका परिवार कांग्रेस में वापसी की योजना बना रहा है। कांग्रेस छोड़ने के बाद से उनके लिए चीजें ठीक नहीं चल रही हैं। उन्होंने पहले अपनी पार्टी का गठन किया और बाद में उसे भाजपा में विलय कर दिया। न तो उनकी पार्टी सफल रही और न ही भाजपा के साथ जाने पर उन्हें कोई लाभ मिला।


उनके साथ भाजपा में शामिल हुए सुनील जाखड़ प्रदेश अध्यक्ष बने, लेकिन कांग्रेस छोड़ने वाले दूसरे नेता रवनीत सिंह बिट्टू की किस्मत बेहतर रही। बिट्टू को लोकसभा चुनाव हारने के बाद मंत्री बनाया गया और फिर राज्यसभा भेजा गया।


अमरिंदर सिंह को कानूनी झटका

कांग्रेस में वापसी की चर्चाओं के बीच अमरिंदर सिंह को एक बड़ा झटका लगा है। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने हाल ही में उनकी एक याचिका खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने आयकर विभाग की फाइलें ईडी को न देने की अपील की थी। ये फाइलें विदेश में उनकी संपत्तियों से संबंधित हैं, जिन्हें फ्रांस की सरकार ने आयकर विभाग को सौंपा था।


सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि ईडी इन फाइलों की जांच कर सकती है। इसका अर्थ है कि कैप्टेन अमरिंदर सिंह और उनके बेटे रणइंदर सिंह की विदेश में स्थित संपत्तियों से जुड़ी फाइलें अब ईडी द्वारा देखी जा सकेंगी और उनकी जांच की जा सकेगी। बताया जा रहा है कि इन फाइलों में दुबई और स्विट्जरलैंड में किए गए निवेश की जानकारी शामिल है।