कोलकाता के IIM-C में छात्र पर रेप का आरोप: क्या है सच?

कोलकाता के IIM-C में रेप का मामला
कोलकाता के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थान IIM-C में एक छात्र पर गंभीर यौन अपराध का आरोप लगा है। 24 वर्षीय महिला, जो एक पेशेवर मनोवैज्ञानिक हैं, ने शुक्रवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि एक छात्र ने उसके साथ बलात्कारी व्यवहार किया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र परामानंद तोप्पन्नावर को कॉलेज के हॉस्टल से गिरफ्तार कर लिया। यह छात्र कर्नाटक के बालीकोट का निवासी है और यहाँ पढ़ाई कर रहा था। लेकिन इस मामले ने तब नया मोड़ लिया जब पीड़िता के पिता ने मीडिया से कहा कि उनकी बेटी के साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ और पुलिस ने उस पर दबाव डालकर शिकायत लिखवाई है।
सोशल मीडिया पर हुई पहचान
महिला और आरोपी छात्र की पहचान सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। बातचीत के दौरान छात्र ने महिला से कहा कि वह मानसिक तनाव में है और उसे काउंसलिंग की आवश्यकता है। इसी बहाने उसने महिला को कॉलेज परिसर में बुलाया। जब महिला दोपहर करीब 11:45 बजे कैंपस पहुंची, तो उसे विज़िटर लॉग में एंट्री नहीं करने दी गई। हालांकि, कॉलेज के कुछ सदस्यों का कहना है कि ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद छात्र ने महिला को अपने हॉस्टल के कमरे में ले जाकर प्राइवेट बातचीत करने का प्रस्ताव दिया।
महिला की बेहोशी की घटना
महिला का आरोप है कि कमरे में उसे पिज्जा और एक ड्रिंक दिया गया। जैसे ही उसने ड्रिंक पी, उसे चक्कर आने लगे और वह बेहोश हो गई। जब उसने वॉशरूम जाने की इच्छा जताई, तो आरोपी ने मना कर दिया। महिला ने बताया कि आरोपी ने अचानक उसके बाल खींचे और जब उसने प्रतिरोध किया, तो आरोपी ने उसे पकड़ लिया। महिला का कहना है कि इसके बाद उसे कुछ याद नहीं, केवल इतना याद है कि आरोपी ने उसे गलत तरीके से छुआ और उसके कपड़े उतारने की कोशिश की। जब उसे होश आया, तो वह आरोपी के बिस्तर पर थी।
पिता का बयान और परिवार का सहयोग
महिला ने किसी तरह वहां से निकलकर अपने दोस्त को कॉल किया, जिसने उसे पुलिस को सूचित करने की सलाह दी। पहले वह ठाकुरपुकुर थाने गई और फिर हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया। लेकिन मामला तब और उलझ गया जब पीड़िता के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने बताया था कि वह ऑटो से गिर गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी बेटी से जबरदस्ती बयान लिखवाए।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। सरकारी वकील ने अदालत में कहा कि आरोपी छात्र का व्यवहार संदिग्ध है और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा। वहीं, आरोपी के वकील ने इसे संदिग्ध बताया और सवाल उठाया कि महिला ने इतनी देर से FIR क्यों दर्ज करवाई।
आरोपी के परिवार की प्रतिक्रिया
आरोपी छात्र की मां, जो बेटे की गिरफ्तारी की खबर सुनकर कर्नाटक से कोलकाता पहुंची, मीडिया के सामने रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि उनका बेटा ऐसा नहीं कर सकता। उन्होंने बताया कि उन्हें यह भी नहीं पता कि पुलिस स्टेशन या कोर्ट कहाँ है, लेकिन वे अपने बेटे की निर्दोषिता पर विश्वास करती हैं।
मामले की जटिलता
यह मामला अब पूरी तरह उलझ चुका है। एक ओर महिला की गंभीर शिकायत है, जबकि दूसरी ओर उसका परिवार आरोपों से इनकार कर रहा है। पुलिस का कहना है कि वे कानून के अनुसार काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें जांच में सहयोग नहीं मिल रहा। अब यह देखना होगा कि मेडिकल रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत क्या कहते हैं।