कोलकाता में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, दुर्गा पूजा की तैयारियों पर असर

कोलकाता मौसम अपडेट
कोलकाता और उसके आस-पास के क्षेत्रों में मंगलवार रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। दुर्गा पूजा के दौरान आई इस बारिश ने जश्न की तैयारियों को बाधित कर दिया। कई स्थानों पर पानी घुटनों तक भर गया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने जलभराव की तस्वीरें और वीडियो साझा की हैं। भारतीय मौसम विभाग ने कोलकाता और आसपास के जिलों में बुधवार तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस आपदा में पांच लोगों की मौत की भी सूचना मिली है.
यातायात सेवाओं पर असर
भारी बारिश और जलभराव के कारण कोलकाता में मेट्रो और ट्रेन सेवाएं गंभीर रूप से प्रभावित हुईं। ब्लू लाइन के मध्य हिस्से में महनायक उत्तम कुमार और रवींद्र सरोवर स्टेशनों के बीच जलभराव के कारण सेवाएं रोक दी गईं। पूर्वी रेलवे ने सियालदह दक्षिण खंड में ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी, जबकि उत्तर और मुख्य खंडों में आंशिक सेवाएं जारी रहीं। हावड़ा और कोलकाता टर्मिनल्स से आने-जाने वाली कई ट्रेनों पर भी इसका असर पड़ा। सर्कुलर रेलवे पर चितपुर यार्ड में जलभराव के कारण सेवाएं निलंबित करनी पड़ीं। स्थिति को देखते हुए कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई और दफ्तर जाने वालों को सार्वजनिक परिवहन की कमी और जाम से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
रिकॉर्ड तोड़ बारिश
यह स्थिति बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण उत्पन्न हुई है। कोलकाता नगर निगम के अनुसार, मंगलवार को रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। गरिया कमडाहारी में कुछ घंटों में 332 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, टॉपसिया में 275 मिमी, बालीगंज में 264 मिमी और उत्तरी कोलकाता के थांतानिया में 195 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने बताया कि यह कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा, जिससे दक्षिण बंगाल के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
भारी वर्षा की संभावना
पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, झाड़ग्राम और बांकुड़ा जिलों में बुधवार तक भारी वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग ने 25 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य और उत्तरी हिस्सों में एक और कम दबाव बनने की संभावना जताई है। इससे बारिश का सिलसिला और लंबा खिंच सकता है, जो दुर्गा पूजा के आयोजनों पर असर डाल सकता है।