कोलकाता में मंदिर के पास हिंसा: पुलिसकर्मियों पर पथराव, कई घायल

कोलकाता में मंदिर के पास हिंसा
पश्चिम बंगाल: कोलकाता के दक्षिण 24 परगना स्थित रवींद्रनगर थाना क्षेत्र में मंदिर के निकट अवैध दुकानों के निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हुए और एक दर्जन से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
पुलिस द्वारा रोकने पर शुरू हुआ पथराव
जानकारी के अनुसार, यह घटना दो समूहों के बीच मंदिर के पास अवैध दुकानों के निर्माण के विरोध में शुरू हुई। जब पुलिस ने हस्तक्षेप किया, तो भीड़ ने हंगामा खड़ा कर दिया। एक व्यक्ति ने पत्थर फेंककर पुलिस की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया, जिसके बाद भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी, जिनमें एक महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है, घायल हो गए।
उपद्रवियों ने गाड़ियों में लगाई आग
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने कई वाहनों में आग लगा दी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। कुछ समय बाद, उपद्रवियों ने रवींद्रनगर पुलिस स्टेशन के सामने एक मोटरसाइकिल को भी आग के हवाले कर दिया। यह हिंसा लगभग एक घंटे तक जारी रही, जिसके बाद भारी पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को पीछे धकेल दिया।
प्रत्यक्षदर्शी का बयान
एक प्रत्यक्षदर्शी राकेश ने बताया कि इतनी बड़ी भीड़ थी कि वह समझ नहीं पाए और अचानक उन पर ईंट-पत्थर गिरने लगे। वह घायल हो गए और उनके परिवार ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। उनके सिर पर गंभीर चोट आई है।
घटना के बाद सुरक्षा उपाय
राकेश ने कहा कि पुलिस की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई है। कई चालक उपद्रवियों से बचने के लिए अपने वाहन छोड़कर भाग गए। इसके अलावा, कुछ दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई और एक दुकान से नकदी भी लूटी गई। पुलिस ने आरएएफ जवानों को तैनात किया है और पूरे क्षेत्र में धारा-163 लागू कर दी गई है।
भाजपा नेता का बयान
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि महेशतला, मेटियाब्रुज और रवींद्रनगर पुलिस क्षेत्र में हिंदुओं की दुकानों और घरों को लूटा गया है। उन्होंने कहा कि कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वे विधानसभा में अपनी आवाज उठाएंगे और कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।