कोलकाता में मूसलधार बारिश: दुर्गा पूजा की तैयारियों पर पड़ा गहरा असर

कोलकाता में बारिश से जनजीवन प्रभावित
कोलकाता में मंगलवार रात हुई भारी बारिश ने शहर को ठहराव में डाल दिया। सड़कों, घरों और बाजारों में पानी भर जाने से यातायात बाधित हो गया और सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस आपदा में कम से कम दस लोगों की जान गई, जिनमें से आठ बिजली के झटके से और दो डूबने से मारे गए। दुर्गा पूजा के नजदीक आने से यह स्थिति उत्सव की तैयारियों पर गंभीर प्रभाव डाल रही है।
परिवहन सेवाओं में बाधा
बारिश ने परिवहन व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया। रेल और मेट्रो सेवाएं रोकनी पड़ीं, जिससे कोलकाता-अमृतसर एक्सप्रेस, कोलकाता-जम्मू तवी एक्सप्रेस और कोलकाता-बालुरघाट एक्सप्रेस जैसी लंबी दूरी की ट्रेनों का समय बदलना पड़ा। उपनगरीय सेवाएं भी पानी भरने के कारण रुक गईं।
हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ा। कोलकाता हवाई अड्डे के रनवे पर पानी भरने से 90 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं और 100 से अधिक उड़ानें विलंबित हुईं। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रियों को सलाह दी कि वे अतिरिक्त समय लेकर निकलें और एयरलाइंस से उड़ान की स्थिति की जांच करें।
अविस्मरणीय बारिश का रिकॉर्ड
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शहर में केवल तीन घंटों में 185 मिमी बारिश हुई, जो दशकों में सबसे अधिक है। अलीपुर में 24 घंटों में 247.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे अविश्वसनीय बताते हुए कहा कि यह 1978 के बाद की सबसे भारी बारिश है।
शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा। गरिया कामदहारी में 332 मिमी, जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी और बल्लीगंज में 264 मिमी बारिश हुई। अन्य क्षेत्रों जैसे मोमिनपुर, चिंगरीघाटा, पामर बाजार, धापा और उल्टाडांगा में भी जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई।
प्रशासन की सक्रियता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हालात पर नजर रखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। उन्होंने सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों को दो दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया। साथ ही, सरकारी और निजी कार्यालयों को वर्क-फ्रॉम-होम का निर्देश दिया।
सीएम ने राहत कार्यों के लिए नबान्न में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसमें हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि "लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है" और सभी से सतर्क रहने की अपील की।
जनहानि और मुआवजा
भारी बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से आठ लोगों की मौत पर ममता बनर्जी ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने इन मौतों के लिए बिजली वितरण कंपनी सीईएससी की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक परिवार को नौकरी और सीईएससी से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
दुर्गा पूजा पर प्रभाव
कोलकाता में दुर्गा पूजा की तैयारियों पर भारी असर पड़ा है। कई पंडालों में पानी भर गया, जिसके कारण ममता बनर्जी को अपने उद्घाटन कार्यक्रम रद्द करने पड़े। हालांकि, मेयर फिरहा हाकिम ने आश्वासन दिया कि दुर्गा पूजा का आयोजन सुचारू रूप से होगा, चाहे मौसम प्रतिकूल क्यों न हो।
भविष्य की चेतावनी
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है और आने वाले दिनों में दक्षिण बंगाल के जिलों पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम और बांकुरा में भारी बारिश की संभावना है। 25 सितंबर के आसपास एक और मौसम प्रणाली बनने की भी आशंका जताई गई है।