क्या Donald Trump ने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका? जानें उनके दावे की सच्चाई

Trump का विवादास्पद दावा
Trump India Pakistan Conflict: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक चौंकाने वाला बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु संघर्ष को अपने प्रयासों से टाल दिया था। ट्रंप के अनुसार, उन्होंने दोनों देशों को चेतावनी दी थी कि यदि वे युद्ध नहीं रोकते हैं, तो अमेरिका उनके साथ सभी व्यापारिक समझौतों को समाप्त कर देगा।
व्यापारिक दबाव से रुकी लड़ाई
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे नई दिल्ली और इस्लामाबाद को स्पष्ट रूप से सूचित करें कि अगर दोनों देश जंग नहीं रोकते, तो अमेरिका उनके साथ सभी व्यापारिक संबंध समाप्त कर देगा।
ट्रंप ने कहा, "मैंने हॉवर्ड लुटनिक से कहा कि वो भारत और पाकिस्तान को कॉल करके बताएं कि अगर वे लड़ाई जारी रखते हैं, तो ट्रंप दोनों देशों के साथ सभी व्यापारिक सौदों को रद्द कर देंगे। इसके बाद दोनों देशों ने फोन किया और युद्ध रोक दिया।"
सर्बिया-कोसोवो की स्थिति से तुलना
ट्रंप ने अपनी रणनीति की तुलना सर्बिया और कोसोवो के बीच की स्थिति से की। उन्होंने कहा, "जब सर्बिया और कोसोवो युद्ध की ओर बढ़ रहे थे, तो मैंने कहा कि अगर युद्ध हुआ, तो अमेरिका से कोई व्यापार नहीं होगा। यही हमने भारत और पाकिस्तान के साथ किया।"
व्यापार समझौते की संभावनाएं
ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत के साथ नए व्यापार समझौते की संभावना है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को बेहतर बाजार मिल सकेगा। उन्होंने कहा, "भारत के साथ हम एक ऐसा समझौता कर सकते हैं जिससे हमें वहां व्यापार का पूरा अधिकार मिले।"
भारत ने ट्रंप के दावे को खारिज किया
भारत ने ट्रंप के इस दावे को पहले ही खारिज कर दिया है कि उन्होंने भारत-पाक के बीच मध्यस्थता की थी। नई दिल्ली का कहना है कि संघर्षविराम की समझौता दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच सीधे संवाद से हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ट्रंप के साथ एक फोन वार्ता में स्पष्ट किया था कि भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को "कभी स्वीकार नहीं करेगा।"