क्या टोल प्लाजा पर भारतीय सेना के जवानों के साथ हुई मारपीट ने उठाए सवाल?

मेरठ-करनाल राजमार्ग पर हुई शर्मनाक घटना
17 अगस्त की रात को मेरठ-करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-709A) पर भुनी टोल प्लाजा पर एक गंभीर घटना सामने आई, जिसमें भारतीय सेना के जवान कपिल सिंह और उनके भाई शिवम के साथ टोल कर्मचारियों ने बर्बरता से मारपीट की। यह घटना तब हुई जब कपिल सिंह दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर जा रहे थे, क्योंकि उन्हें श्रीनगर में अपनी ड्यूटी जॉइन करनी थी।
लंबी कतार के कारण हुआ विवाद
भुनी टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतार के चलते कपिल और शिवम ने जल्दी निकलने की गुहार लगाई, लेकिन टोल कर्मचारियों के साथ उनकी बहस बढ़ गई। आरोप है कि कर्मचारियों ने कपिल को खंभे से बांधकर लाठी-डंडों से पीटा, और एक कर्मचारी ने तो ईंट उठाने की भी कोशिश की। जब शिवम ने अपने भाई को बचाने का प्रयास किया, तो उनके साथ भी मारपीट की गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिससे लोगों में आक्रोश उत्पन्न हुआ।
स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन
घटना के बाद, स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ टोल प्लाजा पर इकट्ठा होकर कर्मचारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगी और तोड़फोड़ की। इस हिंसक प्रदर्शन ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया। मेरठ पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
NHAI ने लिया सख्त कदम
इस घटना के बाद, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने कड़े कदम उठाते हुए टोल कलेक्शन एजेंसी, मेसर्स धरम सिंह एंड कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। NHAI ने कंपनी का अनुबंध समाप्त कर दिया और भविष्य में टोल प्लाजा की बिडिंग में भाग लेने से रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। NHAI ने एक बयान में कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों को अनुशासित रखने में असफल रही, जो अनुबंध का उल्लंघन है। इसके साथ ही, उन्होंने यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।
सोशल मीडिया पर गुस्सा
इस घटना ने टोल कर्मचारियों के व्यवहार और स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को लेकर गुस्से में हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।