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क्या ट्रंप की नई शांति योजना गाजा संघर्ष को समाप्त कर पाएगी? जानें मोदी का समर्थन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा संघर्ष समाप्त करने के लिए एक नई शांति योजना प्रस्तुत की है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समर्थन दिया है। इस योजना में युद्धविराम, बंधक अदला-बदली और इजरायली वापसी जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल हैं। मोदी ने सभी पक्षों से इस पहल के पीछे एकजुट होने की अपील की है। ट्रंप ने हमास को जवाब देने के लिए तीन से चार दिन का समय दिया है। जानें इस योजना के बारे में और क्या हैं नेतन्याहू और हमास की प्रतिक्रियाएँ।
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क्या ट्रंप की नई शांति योजना गाजा संघर्ष को समाप्त कर पाएगी? जानें मोदी का समर्थन

ट्रंप की गाजा शांति योजना पर मोदी का समर्थन

ट्रंप की गाजा शांति योजना: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गाजा संघर्ष समाप्त करने के लिए उनके प्रस्ताव का समर्थन करने वाले संदेश को रीपोस्ट किया है। ट्रंप ने इस रीपोस्ट में कोई अतिरिक्त टिप्पणी नहीं की और सीधे मोदी का संदेश साझा किया।


प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा कि भारत राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप की गाजा संघर्ष को समाप्त करने की व्यापक योजना का स्वागत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह योजना फिलिस्तीनी और इजरायली जनता के लिए दीर्घकालिक शांति, सुरक्षा और विकास का एक व्यवहार्य मार्ग प्रस्तुत करती है।



भारत की उम्मीदें और समर्थन

पीएम मोदी ने यह भी आशा व्यक्त की कि सभी संबंधित पक्ष राष्ट्रपति ट्रंप की इस पहल के पीछे एकजुट होंगे। भारत का यह रुख यह दर्शाता है कि वॉशिंगटन की मध्यस्थता को नई दिल्ली का समर्थन प्राप्त है, जो एक जटिल संघर्ष को सुलझाने की कोशिश कर रही है।


व्हाइट हाउस की 20-सूत्रीय योजना

व्हाइट हाउस ने सोमवार को गाजा संघर्ष समाप्त करने के लिए 20 सूत्रीय योजना का अनावरण किया। इसमें तत्काल युद्धविराम, बंधक-प्रिजनर अदला-बदली, चरणबद्ध इजरायली वापसी, हमास का निरस्त्रीकरण और एक अंतरराष्ट्रीय संस्था की देखरेख में अंतरिम सरकार की स्थापना शामिल है।


नेतन्याहू और ट्रंप की मुलाकात

यह प्रस्ताव अमेरिकी राष्ट्रपति और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच ओवल ऑफिस में हुई बैठक के बाद सामने आया। बैठक के दौरान ट्रंप ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए कहा कि दोनों पक्ष एक समझौते के करीब हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि हमास योजना को अस्वीकार करता है, तो अमेरिका पूरी तरह से इजरायल के साथ खड़ा रहेगा।


नेतन्याहू का समर्थन और चिंताएं

नेतन्याहू ने ट्रंप की प्रशंसा करते हुए उन्हें इजरायल का मित्र बताया, लेकिन योजना के कुछ पहलुओं पर अपनी चिंताओं को भी व्यक्त किया। विशेष रूप से, उन्होंने फिलिस्तीनी प्राधिकरण में सुधार और लंबे समय से चली आ रही फिलिस्तीनी राज्य की मांग पर संदेह जताया।


हमास की प्रतिक्रिया का इंतजार

दूसरी ओर, हमास ने कहा है कि वह गाजा शांति योजना पर अपने संगठन और अन्य फिलिस्तीनी गुटों के साथ चर्चा करने के बाद ही प्रतिक्रिया देगा। प्रस्ताव के अनुसार, हमास को युद्ध समाप्त करने, हथियार डालने, फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय मदद और गाजा पुनर्निर्माण के वादे के बदले संघर्ष विराम स्वीकार करना होगा।


ट्रंप की चेतावनी

अंतरराष्ट्रीय समर्थन बढ़ने के बीच, ट्रंप ने कहा कि हमास के पास जवाब देने के लिए तीन से चार दिन का समय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पहल से क्षेत्र में स्थायी शांति की संभावना है, लेकिन यदि इसे ठुकराया गया, तो अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा रहेगा।