गांधीनगर में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का बड़ा बुलडोज़र अभियान

गांधीनगर में बुलडोज़र कार्रवाई का आगाज़
गांधीनगर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई: गुजरात के गांधीनगर में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बुलडोज़र अभियान चलाया गया, जिसमें साबरमती नदी के किनारे स्थित सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बने 700 से अधिक मकानों और ढांचों को ध्वस्त किया गया। इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। विरोध के दौरान एक बुलडोजर पलट गया, लेकिन किसी को चोट नहीं आई।
तीन क्षेत्रों में एक साथ कार्रवाई
गांधीनगर जिला प्रशासन ने बताया कि जीईबी, पेथापुर और चारेदी क्षेत्रों में लंबे समय से अवैध कब्जा था। इन स्थानों पर कई बार नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद प्रशासन ने एक साथ तीनों क्षेत्रों में बुलडोज़र चलाने का निर्णय लिया। सुबह होते ही भारी पुलिस बल और नगर निगम की टीम के साथ कार्रवाई शुरू की गई, जिसमें दर्जनों बुलडोज़र तैनात किए गए।
स्थानीय लोगों का विरोध
जैसे ही पेथापुर क्षेत्र में बुलडोज़र कार्रवाई शुरू हुई, स्थानीय लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसी दौरान एक बुलडोजर असंतुलित होकर पलट गया, लेकिन किसी को चोट नहीं आई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए लोगों को तितर-बितर किया और कार्रवाई जारी रखी।
प्रशासन की सख्त नीति
प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से नियमों के अनुसार और पूर्व सूचना के आधार पर की गई है। अतिक्रमण हटाने के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की गई थीं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि शहर की सफाई, नदी के किनारे की सुंदरता और भविष्य की विकास योजनाओं के लिए यह आवश्यक था। जिन लोगों के मकान ध्वस्त किए गए हैं, उन्हें पहले ही कई बार नोटिस दिए गए थे, लेकिन उन्होंने सरकारी भूमि खाली नहीं की, जिसके कारण यह कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में भी इसी तरह के अतिक्रमण हटाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।