गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष: मौतों की संख्या 62,000 के पार

गाजा में जारी संघर्ष का हाल
इजरायल और हमास के बीच अक्टूबर 2023 से चल रहे संघर्ष ने गाजा को गंभीर संकट में डाल दिया है। फिलीस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इस युद्ध में 62,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 1,56,230 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। लगातार बढ़ती मौतों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युद्धविराम की मांगें तेज हो गई हैं, लेकिन हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 60 लोगों की मौत हुई है, जिससे कुल मृतकों की संख्या 62,004 तक पहुंच गई है। मंत्रालय के अनुसार, 1965 लोग ऐसे हैं जिनकी जान तब गई जब वे राहत सामग्री प्राप्त करने की कोशिश कर रहे थे या वितरण स्थलों के पास मौजूद थे। केवल सोमवार की सुबह ही राहत पाने की कोशिश में सात लोगों की जान गई। मंत्रालय का कहना है कि वे नागरिकों और लड़ाकों के बीच भेद नहीं करते, लेकिन उनके आंकड़े चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए जाते हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र और अन्य स्वतंत्र विशेषज्ञ विश्वसनीय मानते हैं।
इजरायल की आपत्ति
इजरायल ने फिलीस्तीनी मंत्रालय के आंकड़ों पर आपत्ति जताई है, लेकिन उसने अभी तक कोई आधिकारिक आंकड़ा पेश नहीं किया है। गाजा में बमबारी और हमलों के कारण आम नागरिकों की स्थिति और भी खराब हो गई है। भोजन, पानी और दवाइयों की भारी कमी ने मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है।
राहत प्रयासों में खतरे
गाजा में राहत प्रयासों के दौरान भी कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मंत्रालय के अनुसार, लगभग दो हजार लोग राहत सामग्री की कतारों में मारे गए या वितरण स्थलों पर हमलों का शिकार बने। इस कारण से गाजा में आम नागरिकों के बीच दहशत का माहौल है। कई लोग मानते हैं कि मदद लेने जाना भी मौत को आमंत्रित करने जैसा हो गया है।
युद्धविराम की कोशिशें
सोमवार को मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअती ने इजरायल की उस योजना की कड़ी निंदा की जिसमें फिलीस्तीनियों को गाजा से बाहर जबरन बसाने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि मिस्र और कतर मिलकर युद्धविराम बहाल करने के प्रयास कर रहे हैं। इस बीच अमेरिका द्वारा सुझाए गए 60 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव को फिर से जिंदा करने की कोशिशें हो रही हैं। इस दौरान उम्मीद है कि दोनों पक्ष अंतिम समझौते पर बातचीत कर सकें। मिस्र-गाजा सीमा पर फिलीस्तीनी प्रधानमंत्री मोहम्मद मुस्तफा से मुलाकात कर अब्देलअती ने शांति की अपील की।