गाजियाबाद में कुत्तों को खाना खिलाने पर महिला पर हमला: जानें पूरी कहानी

गाजियाबाद में कुत्तों को खाना खिलाने की घटना
गाजियाबाद में कुत्तों को खाना खिलाने का मामला: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में यशिका शुक्ला को एक व्यक्ति ने केवल इस कारण से बुरी तरह पीटा क्योंकि वह एक सोसायटी के पास आवारा कुत्तों को भोजन दे रही थीं। यह घटना शुक्रवार की रात हुई, जब यशिका ने दिल्ली-NCR में कुत्तों को हटाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश में बदलाव के कुछ घंटे बाद उन्हें खाना देना शुरू किया। आइए इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं...
बिना किसी कारण के आठ थप्पड़
यशिका ने बताया कि वह कुत्तों को एक निर्धारित स्थान पर खाना खिला रही थीं, जिसे प्रशासन ने 'designated feeding place' के रूप में चिन्हित किया था। तभी ब्रह्मपुत्र एन्क्लेव, विजय नगर का निवासी कमल खन्ना वहां आया और बिना किसी कारण के लगातार आठ बार उन्हें थप्पड़ मारे।
घटना का वीडियो वायरल
इस पूरी घटना का वीडियो एक मोबाइल कैमरे में कैद हो गया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। वीडियो में यशिका यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं, "दीदी, वीडियो रिकॉर्ड करो। ये मुझे मार रहे हैं।" इस पर आरोपी व्यक्ति बेझिझक जवाब देता है, "हाँ, रिकॉर्ड करो।" वीडियो में स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि वह युवक उन्हें बार-बार थप्पड़ मार रहा है और बीच में यह भी दावा करता है कि महिला ने पहले उस पर हाथ उठाया।
पुलिस ने कार्रवाई की, आरोपी को हिरासत में लिया
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी कमल खन्ना के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। इस घटना ने पशु प्रेमियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर समाज में फिर से सवाल उठाए हैं।
सुप्रीम कोर्ट का नया आदेश
इस घटना से कुछ घंटे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने अपने 11 अगस्त के आदेश में संशोधन किया था, जिसमें दिल्ली और एनसीआर से सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर आश्रय गृहों में रखने का निर्देश दिया गया था। लेकिन इसके कार्यान्वयन में व्यावहारिक समस्याएँ सामने आई थीं। नई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि सभी कुत्तों को वैक्सीनेट और नसबंदी के बाद वापस छोड़ा जाए, जब तक कि उनमें रेबीज के लक्षण न हों या वे आक्रामक व्यवहार न दिखा रहे हों। कोर्ट ने यह भी कहा कि कुत्तों को खिलाने के लिए उचित और निर्धारित स्थानों की व्यवस्था की जाए।
समाज की जिम्मेदारी और सवाल
यह घटना दर्शाती है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद, समाज में पशु प्रेमियों को किस प्रकार की हिंसा का सामना करना पड़ता है। क्या एक महिला का कुत्तों को खाना खिलाना इतना बड़ा अपराध है कि उसे सार्वजनिक रूप से पीटा जाए? ऐसे मामलों में प्रशासन, समाज और कानून को मिलकर संवेदनशीलता दिखाने की आवश्यकता है।