गिरिराज सिंह ने एनडीए के घोषणा पत्र को बिहार के विकास का मार्गदर्शक बताया
 
                           
                        बिहार के विकास के लिए एनडीए का रोडमैप
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एनडीए के घोषणा पत्र को बिहार को विकसित राज्य बनाने का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बताया है। उनका कहना है कि इस घोषणा पत्र में सभी ऐसे मुद्दे शामिल हैं जो बिहार के विकास में सहायक होंगे।
गिरिराज सिंह ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि पिछले 15 वर्षों में बिहार में केवल 94 हजार लोगों को रोजगार मिला है। इसके बाद नीतीश कुमार ने 20 वर्षों में आवश्यक कार्य किए हैं। अब बिहार में 24 घंटे बिजली उपलब्ध है और लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिससे उनका विकास संभव हो सके।
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए द्वारा जारी किया गया घोषणा पत्र आगामी वर्षों का एक रोडमैप है। इसमें युवाओं के लिए रोजगार, किसानों के लिए अवसर, महिलाओं का सशक्तीकरण, और बिहार के बुनियादी ढांचे तथा शहरी विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है। संक्षेप में, यह समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुझे गर्व है कि बिहार जल्द ही भारत के विकसित राज्यों में शामिल होगा।
गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार फिर से बनने जा रही है। जनता का हम पर विश्वास है, इसलिए वे हमें वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार में डबल इंजन की सरकार से ही विकास संभव है।
राष्ट्रीय एकता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर गिरिराज सिंह ने कहा, “उन्होंने बिल्कुल सही कहा। सरदार पटेल द्वारा प्रस्तुत रोडमैप दूरदर्शी था। यदि सरदार पटेल नहीं होते, तो आज का भारत ऐसा नहीं होता। उन्होंने सभी रियासतों का एकीकरण किया। यदि उनकी बातों पर उस समय अमल किया जाता, तो विभाजन के समय सभी मुसलमान पाकिस्तान चले जाते और सभी हिंदू भारत आ जाते।
भारत के लौहपुरुष एवं राष्ट्र की एकता के शिल्पकार सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। इस अवसर पर देशभर में एकता मार्च का आयोजन किया गया।
