गुरुग्राम में इंडिगो के खिलाफ जातिगत उत्पीड़न का मामला दर्ज

गुरुग्राम में जातिगत उत्पीड़न का मामला
गुरुग्राम में इंडिगो जातिगत उत्पीड़न: कैप्टन के खिलाफ मामला दर्ज - गुरुग्राम में इंडिगो एयरलाइंस से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक कर्मचारी ने फ्लाइट कैप्टन और दो अन्य पर जातिगत टिप्पणियों का आरोप लगाया है।
यह घटना एक मीटिंग के दौरान हुई, जिसने कार्यस्थल पर भेदभाव की समस्या को उजागर किया है। पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और मामला अब DLF फेज-1 थाने में जांच के अधीन है।
मीटिंग में जातिगत अपमान
28 अप्रैल को एमार कैपिटल टावर-2 में इंडिगो एयरलाइंस की मीटिंग में एक कर्मचारी, जो आदि द्रविड़ समाज से हैं, ने जातिगत उत्पीड़न का सामना किया।
आरोप है कि तपस डे, मनीष साहनी और कैप्टन राहुल पाटिल ने उनकी जाति को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां कीं। मीटिंग में उन्हें कहा गया, “तू उड़ने के काबिल नहीं, वापस जा और चप्पलें सिल।” इस अपमान ने उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई।
पुलिस में शिकायत दर्ज
पीड़ित ने कर्नाटक पुलिस में इस घटना की शिकायत की, जहां जीरो FIR दर्ज की गई। बाद में मामला गुरुग्राम पुलिस को सौंपा गया। अब DLF फेज-1 थाने में तपस डे, मनीष साहनी और कैप्टन राहुल पाटिल के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
पुलिस ने अनुसूचित जाति उत्पीड़न के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। यह मामला इंडिगो एयरलाइंस के कार्यस्थल पर समावेशिता और नीतियों पर सवाल उठाता है। पीड़ित ने न्याय की मांग की है।
कार्यस्थल पर भेदभाव की समस्या
यह घटना कार्यस्थल पर जातिगत भेदभाव की गंभीरता को दर्शाती है। पीड़ित का कहना है कि ऐसी घटनाएं उनके आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। इंडिगो एयरलाइंस जैसी बड़ी कंपनी में ऐसी घटनाएं चिंताजनक हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनियों को कर्मचारियों के लिए संवेदनशीलता प्रशिक्षण और सख्त नीतियां लागू करनी चाहिए। यह मामला समाज में समानता और सम्मान की लड़ाई को और मजबूत करने की आवश्यकता को दर्शाता है।