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गौतमबुद्धनगर में 'नन्हे परिंदे' कार्यक्रम से बच्चों को मिली नई दिशा

गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने 'नन्हे परिंदे' कार्यक्रम के तहत 200 बच्चों को सम्मानित किया, जो वैकल्पिक शिक्षा से औपचारिक शिक्षा की ओर बढ़ रहे हैं। इस पहल का उद्देश्य वंचित बच्चों को शिक्षा और जीवन कौशल प्रदान करना है। अब तक 3,200 बच्चों को लाभ मिल चुका है। जानें इस प्रेरणादायक कार्यक्रम के बारे में और कैसे यह बच्चों के सपनों को साकार करने में मदद कर रहा है।
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गौतमबुद्धनगर में 'नन्हे परिंदे' कार्यक्रम से बच्चों को मिली नई दिशा

प्रेरणादायक समारोह का आयोजन

गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 'नन्हे परिंदे' नामक एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर 200 बच्चों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने वैकल्पिक शिक्षा से औपचारिक शिक्षा की ओर कदम बढ़ाया। यह कार्यक्रम सेक्टर-108 स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित किया गया, जहां बच्चों को स्कूल किट, पुरस्कार और उपहार दिए गए।


बच्चों के सपनों को मिली नई उड़ान

पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बच्चों के साथ बातचीत की और उनके उत्साह को बढ़ाने के लिए स्कूल बैग, लंच बॉक्स और पेंसिल बॉक्स जैसे उपहार दिए। उन्होंने कहा, 'नन्हे परिंदे परियोजना इस बात का प्रमाण है कि पुलिस, सामाजिक संस्थाएं और समुदाय मिलकर सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। यह पहल नोएडा और ग्रेटर नोएडा के वंचित बच्चों के लिए उज्ज्वल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा रही है।'


शिक्षा और सशक्तिकरण का अनूठा मॉडल

'नन्हे परिंदे' परियोजना, जो 2021 में शुरू हुई, गौतमबुद्धनगर पुलिस, एचसीएल फाउंडेशन और चेतना एनजीओ की एक संयुक्त पहल है। इस कार्यक्रम के तहत वंचित और सड़क से जुड़े बच्चों को गैर-औपचारिक शिक्षा, ब्रिज कोर्स, रेमेडियल कक्षाएं और औपचारिक स्कूलों में दाखिला दिलाने का कार्य किया जाता है। इसके साथ ही, बच्चों को जीवन कौशल और नेतृत्व विकास प्रशिक्षण भी दिया जाता है, जिससे उनकी निर्णय लेने की क्षमता और आत्म-जागरूकता में वृद्धि होती है।


अब तक 3,200 बच्चे हुए लाभान्वित

इस परियोजना के माध्यम से अब तक 3,200 से अधिक बच्चों को लाभ मिला है, जिनमें से 1,173 बच्चों को औपचारिक स्कूलों में दाखिला दिलाया गया है। इसके अलावा, 906 जीवन कौशल और नेतृत्व विकास सत्र आयोजित किए गए हैं, जो बच्चों को प्रेरणा और दिशा प्रदान कर रहे हैं।


सामुदायिक सहयोग की मिसाल

पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, एचसीएल फाउंडेशन की निदेशक डॉ. निधि पुंधीर और चेतना एनजीओ के निदेशक संजय गुप्ता ने बच्चों की मेहनत और लगन की सराहना की। यह परियोजना न केवल शिक्षा प्रदान करती है, बल्कि बच्चों को गलत रास्तों से बचाकर उनके सपनों को साकार करने में मदद करती है। यह सीएसआर के तहत एक सफल त्रिपक्षीय मॉडल है, जो पुलिस और समुदाय के बीच सकारात्मक संबंध स्थापित करता है।


महिला आरक्षी दीपिका का सम्मान

कार्यक्रम में एचसीएल फाउंडेशन ने 15 किमी और 80 किमी साइकिल स्पर्धाओं में पदक विजेता महिला आरक्षी दीपिका को साइकिल भेंटकर सम्मानित किया। दीपिका ने अपने जुनून और समर्पण से गौतमबुद्धनगर पुलिस का गौरव बढ़ाया है।


गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त डॉ. राजीव नारायण मिश्र, डीसीपी श्रीमती प्रीति यादव, एसीपी श्रीमती मनीषा सिंह, प्रवीण कुमार सिंह और प्रशाली गंगवार सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।