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ग्रेटर नोएडा में बारिश से टूटी सड़क, निवासियों ने उठाए सवाल

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बारिश के बाद एक नई सड़क की स्थिति गंभीर हो गई है। निवासियों ने सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं, जबकि अधिकारियों ने पहले ही इसकी जांच की थी। एनबीसीसी द्वारा निर्माणाधीन साइट से गिरने वाली सामग्री के कारण सड़क और अधिक क्षतिग्रस्त हो रही है। स्थानीय निवासी मनीष कुमार ने इस मुद्दे को लेकर चिंता व्यक्त की है। क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस समस्या का समाधान करेगा? जानें पूरी कहानी।
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ग्रेटर नोएडा में बारिश से टूटी सड़क, निवासियों ने उठाए सवाल

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सड़क की स्थिति

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के टेक जोन 4 में स्थित 45 मीटर चौड़ी सड़क, जो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से केवल 100 मीटर की दूरी पर है, दूसरी बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गई है। सड़क के दोनों किनारों पर गड्ढे बन गए हैं। स्थानीय निवासी मनीष कुमार ने इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस लापरवाही के कारण निवासियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।


सड़क निर्माण के बाद की शिकायतें

रोड बनने के बाद मिली थी शिकायत
यह सड़क पिछले वर्ष 2024 में बनाई गई थी। निर्माण के तुरंत बाद ही लोगों ने आरोप लगाया था कि सड़क की गुणवत्ता में समझौता किया गया है। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की थी, जिसमें सड़क को सुरक्षित और मानकों के अनुरूप बताया गया था। लेकिन अब, एक साल बाद, दूसरी बारिश में ही सड़क टूटने लगी है और गड्ढे बन गए हैं।


एनबीसीसी की जिम्मेदारी

एनबीसीसी की लापरवाही आई सामने
मनीष का कहना है कि सड़क की खराब गुणवत्ता ही इसका एकमात्र कारण नहीं है। एनबीसीसी भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है, क्योंकि उनके द्वारा आम्रपाली सोसायटी का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण स्थल पर आने-जाने वाले ट्रकों से गिट्टी और मिट्टी गिरती रहती है, जिससे सड़क और अधिक क्षतिग्रस्त हो रही है।


निर्माणाधीन साइट पर लापरवाही

जुर्माना लगाने के बाद भी सुधार नहीं
निर्माणाधीन साइट पर लापरवाही के कारण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पहले ही संबंधित पर जुर्माना लगाया था, लेकिन इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है। आज भी लूज डंपर साइट पर जाते हैं, जिससे गिट्टी गिरती है। यह समस्या कई दिनों से जारी है और सड़क की स्थिति और बिगड़ रही है।


सड़क के सुधार में देरी

5 साल से पहले नहीं बनता एस्टिमेट
जब भी कोई नई सड़क बनती है, उसका दूसरा एस्टिमेट 5 साल बाद ही तैयार होता है। निवासियों की शिकायतों के अनुसार, पिछले साल बनी सड़क के टूटने के कारण अब उन्हें इसे ठीक करने के लिए कई वर्षों का इंतजार करना पड़ सकता है।