ग्रेटर नोएडा में विवाहिता की संदिग्ध मौत: परिजनों ने की निष्पक्ष जांच की मांग

संदिग्ध मौत का मामला
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में विवाहिता निक्की की संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर हुई मौत के मामले में नया मोड़ आया है। आरोपी विपिन के चचेरे रिश्तेदार अब खुलकर सामने आए हैं। परिजनों ने शनिवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय जाकर निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए एक पत्र सौंपा है। उन्होंने सिरसा टोल प्लाजा और फोर्टिस अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने की भी मांग की है। इसके साथ ही निक्की और उसके परिवार के मोबाइल की गूगल लोकेशन टाइमलाइन की जांच की भी अपील की है।
पारिवारिक विवाद की जड़
पारिवारिक मतभेदों को बताया विवाद की जड़
आरोपी विपिन के चाचा ब्रहम सिंह का कहना है कि निक्की और उसकी जेठानी कंचन ने घर में कंचन मेकओवर्स नाम से ब्यूटी पार्लर खोला था। दोनों सोशल मीडिया पर मेकअप से संबंधित रील्स बनाकर साझा करती थीं। पारिवारिक परंपराओं के चलते कुछ सदस्यों को उनकी आधुनिकता और सोशल मीडिया पर सक्रियता स्वीकार नहीं थी, जिससे अक्सर विवाद होते रहते थे।
मायके जाने का मामला
चली गई थी मायके
ब्रहम सिंह ने बताया कि फरवरी 2025 में दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और हाथापाई भी हुई थी, जिसका वीडियो कंचन ने रिकॉर्ड किया था। इसके बाद दोनों बहुएं कुछ समय के लिए मायके चली गई थीं। मार्च में पंचायत ने तय किया कि पार्लर और रील्स का काम बंद किया जाएगा। बहुएं घर लौट आईं, लेकिन घटना से एक सप्ताह पहले कंचन ने फिर से पार्लर खोलने की अनुमति मांगी थी, जिसे ससुर सतवीर ने मना कर दिया था।
सीसीटीवी फुटेज से सुराग
सीसीटीवी फुटेज से मिल सकते हैं अहम सुराग
परिजनों का कहना है कि घटना के दिन 21 अगस्त को दोपहर से बिजली गुल थी। सतवीर ने गाजियाबाद से लौटने के बाद कंचन को बुखार की शिकायत पर डॉक्टर बुलवाया था। सीसीटीवी फुटेज में शाम 5:30 से 5:45 के बीच सास दया को दूध लेने जाते हुए देखा गया। सतवीर, विपिन और बच्चों को दुकान पर देखा गया। ऐसे में निक्की को आग कैसे लगी, यह जानना जरूरी है।
फोर्टिस अस्पताल में विपिन की मौजूदगी
फोर्टिस अस्पताल पहुंचा था जेल
ब्रहम सिंह का कहना है कि विपिन का बड़ा भाई रोहित उस समय घर पर नहीं था। वह सिरसा टोल पर ट्रांसपोर्ट ठेकेदार की गाड़ी चला रहा था। घटना की सूचना मिलने के बाद वह सीधे घर लौटा और फिर फोर्टिस अस्पताल गया। अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज में उसकी मौजूदगी देखी जा सकती है।
मोबाइल लोकेशन की जांच
मोबाइल लोकेशन जांच की मांग
अधिवक्ता अमित भाटी ने बताया कि मृतका निक्की, कंचन और आरोपी पक्ष के सभी मोबाइल नंबर पुलिस को सौंप दिए गए हैं। गूगल लोकेशन टाइमलाइन से यह स्पष्ट हो जाएगा कि घटना के समय कौन कहां था। परिजनों का दावा है कि सतवीर, विपिन और रोहित के मोबाइल उनके पास सुरक्षित हैं। वे जांच अधिकारी को सौंपने के लिए तैयार हैं। कंचन और निक्की का मोबाइल फिलहाल कंचन के पास है।