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ग्रेटर नोएडा में हरियाली बढ़ाने की नई पहल: बसंत रानी पौधों का रोपण

ग्रेटर नोएडा में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है, जिसमें बसंत रानी प्रजाति के पौधों का रोपण किया जा रहा है। इस अभियान के तहत 105 मीटर लंबी सड़क पर पौधे लगाए गए हैं, और पूरे शहर में लगभग एक हजार पौधों का रोपण किया जाएगा। यह कदम शहर की सुंदरता को बढ़ाने और पर्यावरण को शुद्ध करने के उद्देश्य से उठाया गया है। जानें इस पहल के बारे में और कैसे यह ग्रेटर नोएडा को फिर से फूलों का शहर बनाने में मदद करेगा।
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ग्रेटर नोएडा में हरियाली बढ़ाने की नई पहल: बसंत रानी पौधों का रोपण

ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर हरियाली का नया अध्याय

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा की प्रमुख सड़कों की पहचान अब वहां लगाए गए विशेष प्रजाति के पेड़ों से होगी। शहर की सुंदरता और हरियाली को बढ़ावा देने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक नई पहल शुरू की है। इस अभियान की शुरुआत मंगलवार को प्राधिकरण कार्यालय के सामने 105 मीटर लंबी सड़क पर बसंत रानी प्रजाति के पौधों के रोपण से हुई। इस मार्ग पर लगभग 4 किलोमीटर की दूरी में लगभग एक हजार पौधों का रोपण किया जाएगा।


बसंत रानी पौधे की विशेषताएँ
बसंत रानी, जिसे आमतौर पर गुलाबी पोई के नाम से जाना जाता है, एक विशेष सजावटी पौधा है जो बसंत ऋतु में गुलाबी फूलों से लद जाता है। यह पौधा अन्य समय में भी हरा-भरा रहता है। यह न केवल शहर की सुंदरता को बढ़ाता है, बल्कि पर्यावरण को भी शुद्ध करता है। इन पौधों के माध्यम से शहर की मुख्य सड़कों को एक विशिष्ट और आकर्षक पहचान मिलेगी।


हरियाली का विस्तार
सूरजपुर-कासना मार्ग और नॉलेज पार्क के पास इंडिया एक्सपो सेंटर के आसपास भी इसी प्रजाति के पौधों को लगाने की योजना बनाई जा रही है। इन क्षेत्रों में पौधरोपण के लिए उच्चाधिकारियों से अनुमति प्राप्त की जा रही है। अनुमति मिलने के बाद पूरे शहर में हरियाली का विस्तार होगा।


एसीईओ की पहल
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने इस पहल की शुरुआत स्वयं पौधरोपण करके की। उन्होंने बताया कि इस अभियान में एनजीओ, सीएसआर संस्थान, आरडब्ल्यूए, उद्यमी संगठन और पर्यावरणविदों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इससे शहर की सुंदरता में चार चांद लगेंगे। प्राधिकरण का उद्देश्य है कि शहर को हरा-भरा रखा जाए।


फूलों का शहर बनाने की दिशा में कदम
हरियाली और स्वच्छता में अपनी पहचान रखने वाले ग्रेटर नोएडा की छवि को पुनर्जीवित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। प्राधिकरण का लक्ष्य है कि शहर को फिर से फूलों का शहर बनाया जाए। इसके लिए सेंट्रल वर्ज, हरित क्षेत्र और सड़कों के किनारे बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जाएगा।