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ग्रेटर नोएडा वेस्ट में निराला एस्टेट के निवासियों का प्रदर्शन, सुविधाओं की मांग

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की निराला एस्टेट सोसायटी के निवासियों ने आवश्यक सुविधाओं की कमी के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने बिल्डर पर आरोप लगाया कि मेंटेनेंस शुल्क वसूला जा रहा है, लेकिन सुविधाएं जीरो हैं। निवासियों ने बेसमेंट में पानी रिसाव और आवारा कुत्तों की समस्या का भी जिक्र किया। एक साल पहले हुए सर्वे में 84 लीकेज प्वाइंट की पहचान की गई थी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट में निराला एस्टेट के निवासियों का प्रदर्शन, सुविधाओं की मांग

निवासियों का प्रदर्शन

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित निराला एस्टेट सोसायटी के निवासियों ने आवश्यक सुविधाओं की कमी के खिलाफ शनिवार को एक बड़ा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने निराला बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना है कि मेंटेनेंस शुल्क पूरी तरह से वसूला जा रहा है, लेकिन सुविधाओं की स्थिति बेहद खराब है। कई बार बिल्डर से शिकायत की गई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इस स्थिति से परेशान होकर निवासियों ने विरोध प्रदर्शन का सहारा लिया।


निवासियों की समस्याएं

इन समस्या से परेशान हैं निवासी


सोसायटी के निवासी लंबे समय से कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बेसमेंट में लगातार पानी रिसाव हो रहा है, जिससे गाड़ियों के पास पानी भर जाता है। पूरे परिसर में मेंटेनेंस की स्थिति खराब है। आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ने से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। पार्क और सड़कों पर घूमने में डर लगता है क्योंकि आवारा कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है।


लीकेज की गंभीरता

84 प्वाइंट पर है लीकेज


निराला एस्टेट सोसायटी में 84 स्थानों पर पानी का रिसाव हो रहा है। इन लीकेज के बारे में मेंटेनेंस विभाग को जानकारी है, फिर भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।


सर्वे की अनदेखी

1 साल पहले हुआ था सर्वे


निवासियों का आरोप है कि एक साल पहले सोसायटी में एक सर्वे किया गया था, जिसमें 84 पिलर ऐसे पाए गए थे जहां से पानी रिस रहा था। इस रिसाव के कारण पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में जंग लगने की समस्या भी उत्पन्न हो रही है। यह सर्वे पिछले साल जुलाई में हुआ था, लेकिन एक साल बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।


मेंटेनेंस विभाग की लापरवाही

मेंटेनेंस विभाग नहीं देता कोई जवाब


निवासियों ने यह भी बताया कि जब वे मेंटेनेंस विभाग से समस्याओं के बारे में पूछते हैं, तो उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता। उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। भारी शुल्क देने के बावजूद उन्हें आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। बारिश के मौसम से पहले ही पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है, जिससे बरसात में स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।