ग्वालियर में कांवड़ यात्रा के दौरान दर्दनाक हादसा: चार शिवभक्तों की जान गई

ग्वालियर में कांवड़ यात्रा के दौरान हादसा
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले से कांवड़ यात्रा के दौरान एक दुखद घटना की सूचना आई है। बुधवार की सुबह, जब शिवभक्तों का एक समूह सड़क के किनारे चल रहा था, तभी एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में चार कांवड़ियों की जान चली गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। कार का चालक घटना के बाद मौके से भाग निकला, लेकिन पुलिस ने उसे कुछ समय बाद पकड़ लिया।
मुख्यमंत्री का शोक और सहायता की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसके साथ ही, घायलों का इलाज मुफ्त में कराने के निर्देश भी प्रशासन को दिए गए हैं।
हादसे का विवरण
यह घटना बुधवार तड़के लगभग 2 बजे हुई, जब कांवड़ियों को आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मारी। सिटी एसपी हीना खान के अनुसार, कार का एक टायर फटने के कारण चालक ने नियंत्रण खो दिया और वाहन पलट गया।
मौके पर तीन की मौत
पुलिस के अनुसार, इस दुर्घटना में तीन कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दो अन्य घायल हैं, जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।
मृतकों की पहचान
मृतक सभी कांवड़िए घाटीगांव के पास सिमरिया गांव के निवासी थे। पुलिस ने उनकी पहचान पुरन बंजारा, रमेश बंजारा, दिनेश, और धर्मेंद्र के रूप में की है। ये सभी कांवड़ यात्रा पर निकले थे और शिवभक्ति में लीन थे।
कार चालक की गिरफ्तारी
हादसे के बाद कार चालक मौके से भाग गया था, लेकिन पुलिस ने उसे जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दुर्घटना की सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री का संवेदनशीलता
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि भितरवार विधानसभा क्षेत्र में कांवड़ यात्रा के दौरान चार शिवभक्तों की असमय मृत्यु अत्यंत दुखद है। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि घायलों का इलाज पूरी तरह निशुल्क किया जाए।
प्रशासन की तत्परता
जिला प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजनों के दौरान सड़क सुरक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाती है। ऐसे आयोजनों में प्रशासनिक सतर्कता और ड्राइवरों की जिम्मेदारी दोनों की आवश्यकता है।