घनश्याम सर्राफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वैश्य महाविद्यालय की प्रतिष्ठा पर उठे सवाल

घनश्याम सर्राफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस
- विधायक ने सीईटी परीक्षा में वैश्य महाविद्यालय के परीक्षा केंद्र में अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने पर जताई निंदा
- जिला शिक्षा अधिकारी ने बिना किसी पूर्व सूचना के परीक्षा केंद्र में वैश्य महाविद्यालय की बजाए लगाई अन्य कर्मचारी की ड्यूटी: विधायक
- वैश्य महाविद्यालय की छवि को धूमिल करने का रचा जा रहा है षडय़ंत्र: विधायक घनश्याम सर्राफ
आज समाज नेटवर्क, भिवानी:
घनश्याम सर्राफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस: भिवानी के विधायक और वैश्य महाविद्यालय प्रबंधक समिति के महासचिव घनश्याम सर्राफ ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित सीईटी-2025 परीक्षा के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने वैश्य महाविद्यालय से परीक्षा केंद्र, केंद्र अधीक्षक, पर्यवेक्षक और अन्य स्टाफ की मांग की थी। महाविद्यालय ने सभी आवश्यक जानकारी विभिन्न पत्राचार के माध्यम से भेज दी थी।
वैश्य महाविद्यालय के स्टाफ की छवि पर सवाल
उपायुक्त कार्यालय ने महाविद्यालय को सूचित किया कि वैश्य महाविद्यालय के स्टाफ की छवि ठीक नहीं है। इसके बाद, जिला शिक्षा अधिकारी ने बिना किसी पूर्व सूचना के सीईटी-2025 परीक्षा के लिए महाविद्यालय के कर्मचारियों की ड्यूटी ना लगाकर अन्य कर्मचारियों को नियुक्त कर दिया।
अन्य परीक्षा केंद्रों की सूची
विधायक ने कहा कि उपायुक्त कार्यालय द्वारा जारी पत्र में अन्य परीक्षा केंद्रों की सूची के साथ महाविद्यालय की कथित कमी को सार्वजनिक करना अनुचित है। वैश्य महाविद्यालय इसका खंडन करता है। बिना ठोस सबूत के इस तरह की टिप्पणियां महाविद्यालय की प्रतिष्ठा को धूमिल करती हैं और इससे जुड़े सभी लोगों के मनोबल को प्रभावित करती हैं।
कर्तव्यों का निर्वहन
सर्राफ ने बताया कि वैश्य महाविद्यालय पिछले 81 वर्षों से एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है, जहां सभी कर्मचारी निष्ठा और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। महाविद्यालय ने विभिन्न परीक्षाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया है और प्रशासन ने कई बार कर्मचारियों को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए प्रशंसा पत्र दिए हैं। उन्होंने सरकार से उचित जांच की मांग की।