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घर खरीदने का सपना अब हुआ साकार, RBI की ब्याज दरों में कमी से मिली राहत

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कमी से घर खरीदने का सपना देखने वालों के लिए राहत की खबर आई है। अब होम लोन की मासिक किस्तें पहले से कहीं अधिक सस्ती हो गई हैं, जिससे आम आदमी के लिए घर खरीदना संभव हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में रियल एस्टेट बाजार में खरीदारों को काफी राहत मिलेगी। जानें कैसे बढ़ी है खर्च करने योग्य आय और कैसे सस्ती ईएमआई से रियल एस्टेट क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
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घर खरीदने का सपना अब साकार

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्याज दरों में कटौती की है, जिससे घर खरीदने का सपना देखने वालों के लिए एक नई उम्मीद जगी है। अब होम लोन की मासिक किस्तें (EMIs) पहले से कहीं अधिक सस्ती हो गई हैं, जिससे आम आदमी के लिए घर खरीदना संभव हो गया है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में रियल एस्टेट बाजार में खरीदारों को काफी राहत मिलेगी।
रेपो रेट में निरंतर गिरावट के कारण होम लोन की ब्याज दरें कम हुई हैं, जिससे खरीदारों का ईएमआई का बोझ हल्का हुआ है। उदाहरण के लिए, 2019 के बाद से रेपो रेट में कुल 250 आधार अंकों (2.5%) की कमी आई है। इसका परिणाम यह है कि अब होम लोन पर सालाना ब्याज दरें 7% से 8% के बीच हैं, जो पहले की तुलना में काफी कम हैं।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि लोगों की खर्च करने योग्य आय (disposable income) में वृद्धि हुई है। इसका अर्थ है कि लोग अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा होम लोन चुकाने या घर के लिए बचत करने में लगा सकते हैं।
ब्याज दरों में कमी से घरों की सामर्थ्य (affordability) में सुधार हुआ है, विशेषकर किफायती और मध्यम श्रेणी के घरों के लिए। विशेषज्ञों का मानना है कि सस्ती ईएमआई और बढ़ते उपभोक्ता विश्वास से रियल एस्टेट क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। इससे न केवल घरों की बिक्री में वृद्धि होगी, बल्कि आवासीय बाजार में स्थिरता भी आएगी। यह उन लोगों के लिए एक बेहतरीन अवसर है जो अपने सपनों का घर खरीदने की योजना बना रहे थे, क्योंकि कम ब्याज दरें उनकी वित्तीय योजना को और भी आसान बना देंगी।