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चंडीगढ़ पुलिस में फेस स्कैनिंग अटेंडेंस: नई तकनीक की चुनौतियाँ

चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय में फेस स्कैनिंग अटेंडेंस प्रणाली की शुरुआत ने कर्मचारियों के लिए कई चुनौतियाँ पेश की हैं। पहले दिन, लगभग 800 पुलिसकर्मियों में से कई को नई तकनीक के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसमें स्मार्टफोन की आवश्यकता और एप में तकनीकी गड़बड़ियाँ शामिल थीं। फील्ड ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के लिए यह प्रणाली और भी चुनौतीपूर्ण साबित हुई। इस लेख में, हम इस नई प्रणाली की चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
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चंडीगढ़ पुलिस में फेस स्कैनिंग अटेंडेंस: नई तकनीक की चुनौतियाँ

चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय में फेस स्कैनिंग अटेंडेंस की शुरुआत

चंडीगढ़ के सेक्टर-9 स्थित पुलिस मुख्यालय में 1 जून 2025 से फेस स्कैनिंग अटेंडेंस प्रणाली लागू की गई है। पहले दिन, लगभग 800 पुलिसकर्मियों में से कई को नई तकनीक के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। करीब 200 कर्मचारियों को अपने पुराने बेसिक फोन को छोड़कर स्मार्टफोन खरीदने की आवश्यकता पड़ी। कुछ को टच स्क्रीन का उपयोग करने में भी समस्या आई। अटेंडेंस एप में भी तकनीकी समस्याएं आईं। फील्ड ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों और पीआरओ शाखा के लिए यह प्रणाली एक चुनौती बन गई है। यह नया सिस्टम आधार एनेबल्ड बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम का हिस्सा है। आइए, इस बदलाव की चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा करें।


पहले दिन की चुनौतियाँ और स्मार्टफोन की अनिवार्यता

चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय में फेस स्कैनिंग अटेंडेंस के पहले दिन, कर्मचारियों की भीड़ आईटी विशेषज्ञों के चारों ओर देखी गई। कई कर्मचारियों को स्मार्टफोन का उपयोग करने का अनुभव नहीं था, जिसके कारण लगभग 200 ने नए एंड्रॉयड फोन खरीदे।


टच स्क्रीन और एप डाउनलोड करने में उन्हें पूरे दिन कठिनाई का सामना करना पड़ा। कुछ के फोन में अटेंडेंस एप काम नहीं कर रहा था। एप्पल फोन में भी एप से संबंधित समस्याएं सामने आईं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह केवल पहला दिन था और कुछ दिनों में समस्याओं का समाधान हो जाएगा। यह बदलाव तकनीक को अपनाने की आवश्यकता को दर्शाता है, लेकिन कर्मचारियों की तैयारी की कमी ने शुरुआत को जटिल बना दिया।


फील्ड ड्यूटी और पीआरओ शाखा की समस्याएँ

फेस स्कैनिंग अटेंडेंस प्रणाली में एक बड़ी चुनौती लोकेशन की बाध्यता है। अटेंडेंस केवल मुख्यालय की लोकेशन पर ही दर्ज हो रही है। कई कर्मचारियों की ड्यूटी सुबह से शाम तक फील्ड में होती है। वीआईपी सुरक्षा और अन्य फील्ड ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के लिए यह सवाल है कि वे मुख्यालय कैसे पहुंचेंगे?


एडीजीपी, एसएसपी, एसपी और डीएसपी के व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारियों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। पीआरओ शाखा के कर्मचारी रात 9 बजे तक प्रेस नोट जारी करते हैं। यदि वे शाम 5:30 बजे अटेंडेंस लगाकर चले जाते हैं, तो काम कौन करेगा? यह सवाल पुलिस प्रशासन के सामने है। नई प्रणाली की सख्ती कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है। समाधान की आवश्यकता है।


फेस स्कैनिंग अटेंडेंस का उद्देश्य और भविष्य

फेस स्कैनिंग अटेंडेंस का मुख्य उद्देश्य पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाना है। आधार एनेबल्ड बायोमेट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस में गड़बड़ी को रोका जा सकेगा। लेकिन पहले दिन की समस्याएं यह दर्शाती हैं कि इसे लागू करने से पहले बेहतर तैयारी की आवश्यकता थी।


कर्मचारियों को स्मार्टफोन और एप के उपयोग की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। फील्ड ड्यूटी वाले कर्मचारियों के लिए वैकल्पिक अटेंडेंस सिस्टम विकसित किया जा सकता है, जैसे मोबाइल लोकेशन-बेस्ड अटेंडेंस। पीआरओ शाखा के लिए लचीले समय की व्यवस्था की जा सकती है।


वरिष्ठ अधिकारी जल्द ही समीक्षा करेंगे। यह तकनीक भविष्य में सुचारू हो सकती है, लेकिन कर्मचारियों को भी तकनीक को अपनाने की आदत डालनी होगी। यह बदलाव पुलिस प्रशासन को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।