चमोली में बादल फटने से भारी तबाही, 200 लोग प्रभावित

चमोली में प्राकृतिक आपदा
चमोली में बादल फटने की घटना: उत्तराखंड में हालात गंभीर हैं। चमोली जिले में बुधवार रात को मूसलधार बारिश के चलते बादल फटने की घटना हुई। इस आपदा के कारण कई घरों को नुकसान पहुंचा है और कई परिवार बेघर हो गए हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बारे में जानकारी दी है।
यह घटना नंदा नगर में हुई। अब तक कई लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया है और बचाव कार्य जारी है। मेडिकल टीमें और एंबुलेंस प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं। जो लोग आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं, उन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है। सीएम ने उन लोगों से भी अपील की है जो ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं।
'200 लोग प्रभावित'
सीएम धामी ने बताया कि, 'बादल फटने से लगभग 35 घरों को नुकसान पहुंचा है। लगभग 20 लोग घायल हुए हैं और 14 लोग लापता हैं। चमोली में इस आपदा से 200 लोग प्रभावित हुए हैं। सभी बचाव दल मौके पर पहुंच चुके हैं। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी वहां मौजूद हैं। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, गंभीर रूप से घायल लोगों को एम्स ऋषिकेश में भेजा जाएगा।'
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "Around 35 houses have been damaged due to a cloudburst. Around 20 people are injured, and 14 others are missing. 200 people have been affected by the disaster last night in Chamoli. All rescue teams have reached there. DM and SSP… https://t.co/txveGRh4Py pic.twitter.com/wGjxpjq6Pw
— News Media (@NewsMedia) September 18, 2025
सीएम ने आगे कहा कि 'एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और पुलिस बचाव कार्य में जुटी हैं। हम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का कार्य भी किया जा रहा है। सभी जिलों को मानसून खत्म होने तक अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है। चार धाम यात्रा जारी है, लेकिन श्रद्धालुओं से अपील है कि वे मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं...'
खोज एवं बचाव कार्य में बाधाएं
मौसम की प्रतिकूल स्थिति के कारण खोज और बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है। मौसम विभाग ने चमोली में और अधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, बादल फटने के कारण कई लोग अभी भी अपने घरों में फंसे हुए हैं।