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जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से भूस्खलन और बाढ़, 33 लोगों की मौत

जम्मू-कश्मीर में हालिया भारी बारिश ने भूस्खलन और बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिसमें 33 लोगों की जान चली गई है। कटरा के पास हुई इस आपदा ने यात्रा और परिवहन को प्रभावित किया है, जबकि राहत कार्य जारी हैं। 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जानें इस प्राकृतिक आपदा के बारे में और क्या जानकारी है।
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प्राकृतिक आपदा का सामना

जम्मू-कश्मीर एक बार फिर से प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहा है। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण भूस्खलन, बाढ़ और ज़मीन धंसने की घटनाएं बढ़ गई हैं। कटरा के निकट माता वैष्णो देवी की यात्रा मार्ग पर बुधवार को एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जिसमें 33 लोगों की जान चली गई और 23 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है और बचाव कार्य जारी है।


यात्रा और परिवहन पर प्रभाव: इस आपदा का असर यात्रा के साथ-साथ पूरे परिवहन नेटवर्क पर भी पड़ा है। जम्मू-कटरा हाइवे कई स्थानों पर मलबा गिरने के कारण बंद हो गया है। नॉर्दर्न रेलवे ने सुरक्षा के मद्देनजर 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 27 ट्रेनों का संचालन सीमित कर दिया है, जिनमें वैष्णो देवी बेस कैंप से चलने वाली 9 प्रमुख ट्रेनें भी शामिल हैं।


त्रिकूट पर्वत पर स्थिति: त्रिकूट पर्वत पर स्थित मंदिर मार्ग का एक बड़ा हिस्सा भूस्खलन में दब गया है। इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं और कुछ के फंसे होने की आशंका है। राहत दल एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवकों के साथ मिलकर खोजबीन कर रहा है।


बारिश की तीव्रता: मंगलवार को सुबह 11:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक जम्मू में 22 सेंटीमीटर बारिश हुई, जिससे कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। आधी रात के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आई है, लेकिन ज़मीन अभी भी अस्थिर है।


रेस्क्यू ऑपरेशन: अधिकारियों के अनुसार, अब तक 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत कार्यों में तेजी लाई गई है और बाढ़ और भूस्खलन के खतरे वाले क्षेत्रों से लोगों को हटाया जा रहा है। अस्थायी राहत शिविरों में भोजन, पीने का पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।


संचार में बाधा: लगातार बारिश और मौसम की स्थिति ने संचार व्यवस्था को भी प्रभावित किया है। कई क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क ठप हो गया है और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे लाखों लोग अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।


प्रभावित क्षेत्र: सबसे अधिक असर जम्मू शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों जैसे आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोटा, बिश्नाह, कठुआ और ऊधमपुर में देखने को मिला है। रियासी, डोडा, रामबन, गूल और बनिहाल जैसे क्षेत्रों में हल्की बारिश जारी है, लेकिन यहां भी सतर्कता बरती जा रही है।


नौ मृतकों की पहचान नहीं हो सकी: कटरा में भूस्खलन में जिन लोगों की जान गई है, उनमें से नौ की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। प्रशासन ने अपील की है कि यदि कोई अपने परिजन से संपर्क नहीं कर पा रहा है, तो वह राहत शिविरों और संबंधित अस्पतालों से जानकारी ले सकता है।