जर्मनी की माइकला बेंथॉस ने व्हीलचेयर में अंतरिक्ष की यात्रा की
माइकला बेंथॉस की अद्वितीय यात्रा
जर्मनी की इंजीनियर माइकला बेंथॉस ने एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित करते हुए अंतरिक्ष यात्रा की। यह यात्रा उनके लिए विशेष थी, क्योंकि वह व्हीलचेयर का उपयोग करती हैं। सात साल पहले एक माउंटेन बाइक दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई थी, जिसके कारण वह चलने में असमर्थ हो गईं। हाल ही में, उन्होंने अमेरिका के वेस्ट टेक्सास से ब्यू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड रॉकेट के माध्यम से उड़ान भरी। इस यात्रा के दौरान उनकी व्हीलचेयर धरती पर ही रह गई, और उन्होंने अंतरिक्ष में भारहीनता का अनुभव किया।
उड़ान में शामिल अन्य प्रतिभागी
माइकला बेंथॉस ने ब्लू ओरिजिन की रॉकेट उड़ान में भाग लिया, जो अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस द्वारा स्थापित की गई है। इस उड़ान में उनके साथ स्पेसएक्स के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी हैंस कोएनिग्समैन भी शामिल थे, जिन्होंने बेंथॉस की यात्रा के आयोजन में मदद की। हालांकि, टिकट की कीमतों का खुलासा नहीं किया गया।
उड़ान के लिए विशेष तैयारी
इस उप-कक्षीय उड़ान के लिए केवल मामूली बदलाव किए गए थे। ब्लू ओरिजिन ने बताया कि न्यू शेफर्ड कैप्सूल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि विभिन्न क्षमताओं वाले लोग भी इसमें उड़ान भर सकें। माइकला के लिए कैप्सूल में एक विशेष ट्रांसफर बोर्ड लगाया गया था, जिससे वह हैच से अपनी सीट तक आसानी से जा सकें। लैंडिंग के बाद, रेगिस्तान में उनकी व्हीलचेयर तक पहुंचने के लिए कालीन बिछाया गया था।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का हिस्सा
33 वर्षीय माइकला बेंथॉस नीदरलैंड्स में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के ग्रेजुएट ट्रेनी प्रोग्राम का हिस्सा हैं। उन्होंने 2022 में पैरबोलिक फ्लाइट के जरिए भारहीनता का अनुभव किया था और बाद में पोलैंड में दो हफ्ते के सिम्युलेटेड स्पेस मिशन में भी भाग लिया। उड़ान से पहले उन्होंने कहा कि उन्हें कभी नहीं लगा था कि अंतरिक्ष यात्रा उनके लिए संभव होगी।
