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जापान में भूकंप के बाद सुनामी अलर्ट जारी, प्रशासन ने की सतर्कता की अपील

जापान में रविवार को 6.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद इवाते प्रांत में सुनामी अलर्ट जारी किया गया। प्रशासन ने लोगों से समुद्र किनारे जाने से बचने की सलाह दी है। भूकंप की पुष्टि भारत के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने भी की है। जापान की भूकंप संवेदनशीलता और 2011 की त्रासदी की यादें ताजा हो गई हैं। राहत एजेंसियां स्थिति पर नजर रख रही हैं।
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जापान में भूकंप के बाद सुनामी अलर्ट जारी, प्रशासन ने की सतर्कता की अपील

भूकंप के झटके और सुनामी की चेतावनी

रविवार शाम को जापान में समुद्र में आए तेज झटकों के बाद इवाते प्रांत के लिए सुनामी अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय समयानुसार, यह भूकंप लगभग 5:03 बजे उत्तरी प्रशांत महासागर में 6.8 की तीव्रता के साथ आया। इसके बाद जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने चेतावनी जारी की।


भूकंप का केंद्र और सुनामी की संभावना

जानकारी के अनुसार, भूकंप इवाते के तट से दूर समुद्र में आया था, जिसके बाद एक मीटर ऊंची लहरों वाली सुनामी की आशंका जताई गई है। हालांकि, राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके के अनुसार, तटीय क्षेत्रों में समुद्र की लहरों में हलचल देखी गई है, लेकिन टीवी फुटेज में समुद्र सामान्य दिखाई दे रहा है। प्रशासन ने लोगों से समुद्र किनारे जाने से बचने की सलाह दी है।


भूकंप की पुष्टि और गहराई

भारत के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने भी इस भूकंप की पुष्टि की है। NCS के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 6.6 थी और यह लगभग 30 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया। इसका केंद्र 39.51° उत्तर अक्षांश और 143.38° पूर्व देशांतर पर स्थित है।


जापान की भूकंप संवेदनशीलता

जापान दुनिया के सबसे भूकंप-संवेदनशील देशों में से एक है, क्योंकि यह चार प्रमुख टेक्टोनिक प्लेटों के संगम पर स्थित है। यहां हर साल लगभग 1,500 भूकंप आते हैं, जिनमें से अधिकांश हल्के होते हैं, लेकिन कुछ भूकंप गंभीर तबाही का कारण बनते हैं।


2011 की त्रासदी की याद

इस क्षेत्र में 2011 में 9.0 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था, जिसने सुनामी को जन्म दिया था। उस आपदा में लगभग 18,500 लोग मारे गए या लापता हो गए थे, और फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के तीन रिएक्टरों में मेल्टडाउन हो गया था। यह जापान की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक मानी जाती है।


प्रशासन की सतर्कता

वर्तमान में, प्रशासन हालात पर नजर रख रहा है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। राहत एजेंसियां संभावित नुकसान का आकलन कर रही हैं और इवाते तट के आसपास निगरानी बढ़ा दी गई है। स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।