जींद में शराब ठेकेदार का अंतिम संस्कार, पुलिस ने राहत की सांस ली
शराब ठेकेदार का शव 18 घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार
- अस्पताल में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस बल
- हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
(जींद) गांव खरकरामजी के शराब ठेकेदार विरेंद्र उर्फ बिंद्र का शव लगभग 18 घंटे बाद अंतिम संस्कार किया गया। शव के अस्पताल में रहने के दौरान पुलिस बल तैनात रहा। सभी संदिग्धों से गहन पूछताछ की गई। सदर थाना पुलिस ने आठ व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है और अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमों का गठन किया है। यह घटना गैंगवार से संबंधित मानी जा रही है।
अस्पताल में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात
विरेंद्र की हत्या के बाद शव को नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखा गया। शनिवार को शव का एक्स-रे और अन्य जांच की गई। पुलिस ने घटनास्थल से 12 से 13 खोल बरामद किए। मृतक के शरीर पर पांच से छह गोलियां लगी थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल परिसर को पुलिस छावनी में बदल दिया गया था।
पुलिस ने गैंगवार से जोड़ा मामला
खरकरामजी के शराब ठेकेदार विरेंद्र की हत्या को गैंगवार से जोड़ा जा रहा है। शुक्रवार को बदमाशों ने उसे निशाना बनाया और हत्या कर दी। लगभग चार साल पहले भी इसी ठेके पर एक युवक की हत्या हुई थी। पुलिस इस हत्या को उसी घटना से जोड़कर देख रही है।
परिजनों ने जेल में बंद भाई को शामिल करने की बात कही
पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने मृतक के जेल में बंद भाई को अंतिम संस्कार में शामिल करने की इच्छा जताई। परिजन बार-बार यह बात कहते रहे। अंततः परिजन बिना किसी मांग के शव को लेकर गांव चले गए। गांव में भी अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस बल तैनात रहा।
गांव में दहशत का माहौल
शराब ठेकेदार विरेंद्र पर फायरिंग के बाद गांव में दहशत का माहौल है। अस्पताल में मौजूद ग्रामीण चुपचाप खड़े रहे और किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
डीएसपी ने बताया गिरफ्तारी के लिए छह टीमों का गठन
डीएसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि यह हत्या आपसी रंजिश के चलते की गई है। शराब ठेकेदार की हत्या के मामले में आठ लोगों को नामजद किया गया है। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छह टीमों का गठन किया गया है, जो संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं।
