Newzfatafatlogo

जींद में समाधान शिविर: 9449 शिकायतें प्राप्त, केवल 160 लंबित

जींद में आयोजित समाधान शिविरों ने 9449 शिकायतों का निवारण किया है, जिसमें से 7937 मामलों का समाधान हो चुका है। केवल 160 मामले लंबित हैं, जिन पर प्रशासन सक्रियता से कार्य कर रहा है। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिकायतों का समाधान समय पर किया जाए और पारदर्शिता बनाए रखी जाए। यह शिविर प्रशासन की जवाबदेही और सेवा भावना का प्रतीक बन गए हैं। जानें इस विषय में और क्या जानकारी है।
 | 
जींद में समाधान शिविर: 9449 शिकायतें प्राप्त, केवल 160 लंबित

समाधान शिविर की समीक्षा


  • उच्च अधिकारियों की समीक्षा में जींद प्रदेश में दूसरे स्थान पर


(Jind News) जींद। जिले में आयोजित समाधान शिविर अब केवल शिकायतों के निवारण का साधन नहीं रह गए हैं, बल्कि ये जनता और प्रशासन के बीच विश्वास की एक मजबूत कड़ी बनते जा रहे हैं। इन शिविरों की समीक्षा शुक्रवार को चंडीगढ़ से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई। जींद के उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि अब तक जिले में कुल 9449 शिकायतें प्राप्त हुई हैं।


इनमें से लगभग 7937 मामलों का समाधान किया जा चुका है, जबकि केवल 160 मामले अभी भी लंबित हैं, जिन पर संबंधित विभाग सक्रियता से कार्य कर रहे हैं। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिकायतों के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी न हो। उन्होंने कहा कि प्रत्येक लंबित मामले की स्थिति को रियल टाइम में अपडेट किया जाना चाहिए ताकि पारदर्शिता बनी रहे और आमजन का विश्वास बढ़ सके।


समाधान शिविर प्रशासन की जवाबदेही का प्रतीक


उपायुक्त ने सभी विभागों से आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर प्रशासन की जवाबदेही, संवेदनशीलता और सेवा भावना का जीवंत प्रमाण बन चुके हैं। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग इन शिविरों में भाग ले रहे हैं, जिससे उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो रहा है और प्रशासन के प्रति विश्वास और गहरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनशिकायतों का समाधान केवल दायित्व नहीं, बल्कि सुशासन की नींव है।


इसमें किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि जो शिकायतें अधिक पुरानी हैं, उन पर विशेष ध्यान देकर जल्द निपटाया जाए। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विवेक आर्य, एसडीएम सत्यवान मान, जिला परिषद के सीईओ अनिल दून, डीएमसी सुरेंद्र सिंह, सीटीएम डा. आशीष देशवाल, डीआरओ राजकुमार, डीडीपीओ संदीप भारद्वाज सहित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।