जींद में स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रदर्शन, 6 नवंबर को सीएमओ कार्यालय के सामने धरना
स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रदर्शन
जींद में बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी 6 नवंबर को सिविल सर्जन कार्यालय के सामने धरना देने का निर्णय लिया है। इस प्रदर्शन की तैयारियों के लिए सोमवार को जिला कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला सचिव गुरनाम ने की। एसोसिएशन के उपप्रधान नीलम, वित्त सचिव अमरजीत, सहसचिव राजेश कुमार और सलाहकार शक्ति ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों ने संसाधनों की कमी के कारण 25 अक्टूबर से स्वास्थ्य कार्यक्रमों की ऑनलाइन रिपोर्टिंग और अन्य ऑनलाइन कार्यों को रोक दिया है।
स्वास्थ्य कर्मचारियों में असंतोष
जिला की सिविल सर्जन डॉ. सुमन कोहली और सभी सीएचसी के प्रवर चिकित्सा अधिकारियों को इस स्थिति के बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका है। एसोसिएशन ने उच्च अधिकारियों को बार-बार पत्र लिखने के बावजूद, कुछ अधिकारियों ने इंटरनेट युक्त लैपटॉप उपलब्ध कराने के बजाय कर्मचारियों को अपने निजी मोबाइल पर एप डाउनलोड करने के लिए मजबूर किया है। इसके अलावा, महिला कर्मचारियों को लाइव लोकेशन भेजने के लिए भी बाध्य किया जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य कर्मचारियों में भारी रोष उत्पन्न हो रहा है।
स्वास्थ्यकर्मियों की मांगें
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि विभाग एक ओर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम चला रहा है, जबकि दूसरी ओर स्वास्थ्य कर्मचारियों को घंटों ऑनलाइन कार्य करने के लिए मजबूर कर रहा है, जिससे उनका मानसिक संतुलन प्रभावित हो रहा है। यदि उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो स्वास्थ्यकर्मी आंदोलन को और तेज करेंगे। उनकी मांगों में एनएचएम के तहत कार्यरत महिला एमपीएचडब्लू को नियमित कर्मचारी की तरह 4200 ग्रेड पे देना, शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मचारियों के पदों को बहाल करना, और अन्य लंबित मांगें शामिल हैं।
बैठक में विचार-विमर्श
बैठक में एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए।
