जीएसटी: भारत के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण मोड़

फरीदाबाद में जीएसटी दिवस का आयोजन
- हरियाणा ने जीएसटी संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि, राज्य की मजबूत आर्थिक वृद्धि और कुशल कर प्रबंधन का प्रमाण : अरविंदर सिंह
(फरीदाबाद) फरीदाबाद में मंगलवार को आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा जीएसटी दिवस का आयोजन किया गया। यह दिन भारत के आर्थिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो जीएसटी की परिवर्तनकारी यात्रा का प्रतीक है।
इस अवसर पर भारत सरकार के असिस्टेंट कमिश्नर अरविंदर सिंह ने कहा कि जीएसटी ने भारत के आर्थिक एकीकरण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले आठ वर्षों में, इसके कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिससे कर प्रणाली को सरल बनाने और व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बनाने में मदद मिली है। हरियाणा ने जीएसटी संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जो राज्य की मजबूत आर्थिक वृद्धि का प्रमाण है।
सभी हितधारकों का आभार
हम सभी हितधारकों को इस यात्रा में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं और एक अधिक कुशल और पारदर्शी कर प्रणाली बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जीएसटी दिवस हमें इस सुधार को सफल बनाने में सभी हितधारकों के प्रयासों को पहचानने और सराहने का अवसर प्रदान करता है।
जॉइंट कमिश्नर दीपिका चौधरी ने बताया कि वर्ष 2024-25 के लिए हरियाणा राज्य को प्रति व्यक्ति जीएसटी संग्रह के आधार पर प्रमुख राज्यों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
हरियाणा का जीएसटी में योगदान
हरियाणा का जीएसटी संग्रह लगातार उत्कृष्ट रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में, हरियाणा का कुल सकल जीएसटी संग्रह 1,19,362 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यह सभी राज्यों में सबसे अधिक वृद्धि दर है।
राज्य सरकार ने व्यापारियों और करदाताओं की सुविधा के लिए कई पहल की हैं, जैसे रेवाड़ी में कर-भवन का निर्माण और सभी 27 जीएसटी कार्यालयों में जीएसटी सुविधा केंद्र शुरू करना।
गुरुग्राम में स्टार्टअप जीएसटी सुविधा प्रकोष्ठ और पंचकूला में एमएसएमई जीएसटी प्रकोष्ठ भी स्थापित किए गए हैं, जो व्यवसायों को जीएसटी अनुपालन में सहायता प्रदान करते हैं। इस अवसर पर दीपिका चौधरी ने विभिन्न उद्योगों से आए प्रतिनिधियों को जीएसटी में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।