जीएसटी में बदलाव से आम जनता को मिलेगा 2 लाख करोड़ का लाभ: वित्त मंत्री

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक नया अवसर
जीएसटी की नई प्रणाली का प्रभाव
केंद्र सरकार ने 22 सितंबर से जीएसटी की नई प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। वित्त मंत्री ने चार सितंबर को इस बारे में जानकारी दी थी। अब जब नई दरें लागू होने में केवल दो दिन बचे हैं, तो हर नागरिक के मन में यह सवाल है कि इससे उन्हें क्या लाभ होगा। वित्त मंत्री ने बताया कि जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद, नई दरों के लागू होने से आम आदमी की जरूरत की 90 प्रतिशत वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी।
लोगों की जेब में आएगा पैसा
वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी में बदलाव से आम लोगों के पास 2 लाख करोड़ रुपये आएंगे, जिससे वे अपनी इच्छानुसार अधिक खर्च कर सकेंगे। विशाखापत्तनम में 'नेक्स्ट जेन जीएसटी रिफॉर्म्स' पर एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने बताया कि 99% वस्तुएं, जिनसे 12% राजस्व आता है, अब 5% जीएसटी के दायरे में आएंगी। इससे मध्यम वर्ग और गरीबों को काफी लाभ होगा। यह निर्णय उपभोक्ताओं पर टैक्स का बोझ कम करने और अर्थव्यवस्था में पैसे की तरलता बढ़ाने के लिए लिया गया है।
उद्योगों को भी होगा लाभ
निर्मला सीतारमण ने कहा कि नेक्स्ट जेन जीएसटी रिफॉर्म्स से उद्योगों को जो लाभ होगा, वह जनता के लिए दस गुना अधिक होगा। इसका अर्थ है कि जीएसटी में बदलाव से न केवल उद्योगों को, बल्कि आम लोगों को भी बहुत फायदा होगा। उन्होंने यह भी बताया कि जीएसटी से होने वाली कमाई 2018 में 7.19 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2025 में 22.08 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इसके अलावा, टैक्स भरने वालों की संख्या 65 लाख से बढ़कर 1.51 करोड़ हो गई है, जिससे सरकार की आय में वृद्धि हुई है।