जीएसटी सुधार: स्वास्थ्य सेवाएं और दवाएं होंगी सस्ती

जीएसटी स्वास्थ्य सुधार: स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने जीएसटी दरों में महत्वपूर्ण राहत प्रदान की है, जिसके तहत दवाएं, चिकित्सा सेवाएं, चश्मे, जिम और स्वास्थ्य बीमा अब सस्ते हो जाएंगे। सरकार का कहना है कि ये सुधार आम जनता की जिंदगी को आसान बनाने और उनकी सेहत को बेहतर करने के लिए किए गए हैं। आइए जानते हैं, इन बदलावों से आपको क्या-क्या फायदा मिलेगा।
दवाएं और चिकित्सा सेवाएं होंगी सस्ती
महत्वपूर्ण दवाओं पर जीएसटी को 12% से घटाकर 5% या शून्य कर दिया गया है। इसका मतलब है कि कैंसर, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज अब पहले से अधिक किफायती होगा। इससे मरीजों और उनके परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
चिकित्सा उपकरणों पर टैक्स में कमी
ऑक्सीजन, दस्ताने, थर्मामीटर और डायग्नोस्टिक किट जैसे आवश्यक चिकित्सा उपकरणों पर भी जीएसटी को 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। इससे अस्पतालों और क्लीनिकों का खर्च कम होगा, विशेषकर छोटे शहरों में इलाज को सस्ता और सुलभ बनाया जा सकेगा।
चश्मे और लेंस पर राहत
नजर के चश्मे और कॉन्टैक्ट लेंस पर टैक्स को 12% से घटाकर 5% किया गया है। यह बदलाव विशेष रूप से छात्रों, बुजुर्गों और गरीब परिवारों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि अब उनकी आंखों की देखभाल सस्ती होगी।
स्वास्थ्य बीमा की किस्तें होंगी सस्ती
स्वास्थ्य बीमा योजनाओं पर अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा। इसका अर्थ है कि मध्यवर्ग और बुजुर्गों के लिए बीमा की किस्तें सस्ती होंगी। इससे अधिक लोग स्वास्थ्य बीमा ले सकेंगे और सुरक्षित भविष्य की योजना बना पाएंगे।
पोषण से भरपूर चीजें होंगी सस्ती
सरकार ने पोषण संबंधी चीजों पर भी टैक्स में बड़ी कटौती की है। दूध और पनीर अब पूरी तरह टैक्स-मुक्त होंगे। सूखे मेवे और डायबिटीज के लिए विशेष खाद्य पदार्थों पर टैक्स 12% से घटकर 5% हो गया है। मछली, फलों का गूदा और दूध वाले पेय भी अब 12% की जगह केवल 5% टैक्स के साथ उपलब्ध होंगे। इससे परिवारों को पौष्टिक भोजन सस्ते में मिलेगा, जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
फिटनेस सेंटर भी होंगे किफायती
जिम और फिटनेस सेंटर पर जीएसटी को 18% से घटाकर 5% कर दिया गया है। अब युवाओं और पेशेवरों के लिए फिट रहना पहले से अधिक आसान और सस्ता होगा।
हानिकारक चीजों पर सख्ती बरकरार
सरकार ने तंबाकू, पान मसाला और शुगर ड्रिंक्स पर कोई राहत नहीं दी है। इसका मतलब है कि स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें अब भी महंगी रहेंगी, ताकि लोग इनसे दूरी बना सकें।
क्या बदलेगा?
इन जीएसटी सुधारों से चिकित्सा, बीमा, पौष्टिक भोजन और फिटनेस सेवाएं सस्ती और सुलभ होंगी। सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है- जनता की सेहत पर खर्च कम करना और हानिकारक आदतों पर नियंत्रण रखना। ये बदलाव न केवल आपकी जेब को राहत देंगे, बल्कि स्वस्थ भारत का सपना भी पूरा करेंगे।