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जुबिन गर्ग की मौत में नया मोड़: जहर देकर हत्या का आरोप

असम के प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। उनके बैंड के सदस्य ने आरोप लगाया है कि जुबिन को सिंगापुर में जहर देकर मारा गया था। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद असम सरकार ने एक न्यायिक आयोग का गठन किया है। जुबिन की मृत्यु के संदर्भ में कई लोग गिरफ्तार किए गए हैं, और जांच जारी है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और क्या है इसके पीछे का सच।
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जुबिन गर्ग की मौत में नया मोड़: जहर देकर हत्या का आरोप

जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत का खुलासा

गुवाहाटी: असम के प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की मृत्यु के मामले में नया मोड़ आया है। उनके बैंड के सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी ने पुलिस को दिए बयान में दावा किया है कि जुबिन की मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान डूबने से नहीं हुई, बल्कि उन्हें सिंगापुर में जहर देकर मारा गया था। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद असम सरकार ने मामले की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन किया है।


जुबिन की 19 सितंबर, 2025 को सिंगापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। इस मामले में फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत, जुबिन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और बैंड के दो सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत को गिरफ्तार कर 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। पुलिस रिमांड नोट के अनुसार, गोस्वामी ने आरोप लगाया कि जुबिन को जहर देने में प्रबंधक और आयोजक शामिल थे।


गोस्वामी ने कहा कि जुबिन एक अनुभवी तैराक थे, इसलिए उनका डूबना असंभव था। उन्होंने यह भी बताया कि जब जुबिन पानी में संघर्ष कर रहे थे, तब उन्होंने सिद्धार्थ को 'जाबो दे, जाबो दे' (असमिया में - जाने दो, जाने दो) चिल्लाते हुए सुना। गोस्वामी का आरोप है कि हत्या की साजिश को छिपाने के लिए सिंगापुर जैसे विदेशी स्थान का चयन किया गया था।


उन्होंने यह भी कहा कि जब जुबिन के मुंह और नाक से झाग निकल रहा था, तब सिद्धार्थ ने इसे एसिड रिफ्लक्स बताकर टाल दिया और आवश्यक चिकित्सा सहायता नहीं दी। इसके अलावा, सिद्धार्थ ने नाव का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया, जिससे नाव असुरक्षित तरीके से डगमगाने लगी।


इस मामले की गंभीरता को देखते हुए असम सरकार ने गुवाहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का गठन किया है, जो छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। मुख्यमंत्री कार्यालय ने 3 अक्टूबर की रात को यह जानकारी साझा की। सीआईडी की विशेष जांच दल (SIT) पहले से ही सिंगापुर में मामले की जांच कर रही है।