जैश-ए-मोहम्मद ने महिलाओं के लिए नई शाखा की शुरुआत की
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने अपनी पहली महिला शाखा, जमात-उल-मोमिनात, की स्थापना की है। इस शाखा की कमान सईदा अजहर के हाथ में है, जो मसूद अजहर की बहन हैं। संगठन का उद्देश्य महिलाओं की भर्ती के माध्यम से अपनी पहुंच को बढ़ाना है। 9 नवंबर को कराची में एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की योजना है, जिसका लक्ष्य युवा महिलाओं को चरमपंथी विचारधारा से परिचित कराना है। सुरक्षा एजेंसियां इस गतिविधि पर नजर रख रही हैं।
| Nov 6, 2025, 15:33 IST
जैश-ए-मोहम्मद की नई महिला शाखा
पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने अपनी पहली महिला शाखा, जमात-उल-मोमिनात, की स्थापना की है। इस शाखा की जिम्मेदारी मसूद अजहर की बहन, सईदा अजहर, को सौंपी गई है। इस नई इकाई का उद्देश्य संगठन की उपस्थिति को मजबूत करना और महिलाओं की भर्ती के माध्यम से अपनी पहुंच को बढ़ाना है। सईदा के पति यूसुफ, जो जैश के प्रमुख परिवार के सदस्य थे, हाल ही में भारतीय हवाई हमलों में मारे गए थे।
सूत्रों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद 9 नवंबर को कराची में एक विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की योजना बना रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गरीब और युवा महिलाओं को चरमपंथी विचारधारा से अवगत कराना और उन्हें संगठन की गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करना है। खुफिया एजेंसियां इस आयोजन की तैयारियों पर बारीकी से नजर रख रही हैं, इसे जैश-ए-मोहम्मद की भर्ती और कट्टरपंथीकरण रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है।
सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तानी सेना और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) इस महिला शाखा के गठन में जैश-ए-मोहम्मद का सक्रिय समर्थन कर रहे हैं। यह सहयोग महिलाओं को आतंकवादी समूह के प्रभाव को बढ़ाने के लिए एक नए माध्यम के रूप में उपयोग करने के समन्वित प्रयास का हिस्सा है।
