झारखंड में बारिश का अलर्ट: अगले तीन दिन भारी वर्षा की संभावना

झारखंड में मौसम का बदलाव
झारखंड में बारिश का अलर्ट: मौसम ने एक बार फिर झारखंड में करवट ली है, और अगले तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि 23 सितंबर से राज्य के कई क्षेत्रों में लगातार बारिश होगी। यह स्थिति बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्वी हिस्से में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण उत्पन्न हुई है।
बारिश की शुरुआत
23 सितंबर की सुबह से राज्य के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो चुकी है। मौसम केंद्र ने बताया कि अगले तीन दिनों में कई जिलों में भारी वर्षा हो सकती है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि भारी बारिश के दौरान कच्चे मकानों और कमजोर पेड़ों को नुकसान पहुंच सकता है।
तेज बारिश की संभावना
तेज बारिश की आशंका
रांची के मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि मंगलवार को रांची, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़ और सरायकेला में तेज बारिश की संभावना है। इसके अलावा, 24 सितंबर को विशेष रूप से रांची और गुमला जिलों में भारी बारिश की संभावना है। 25 सितंबर को राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा देखी जा सकती है।
तापमान की स्थिति
अधिकतम तापमान रिकॉर्ड
तापमान की बात करें तो पिछले 24 घंटों में गोड्डा में अधिकतम 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। रांची में 31.4 डिग्री, जमशेदपुर में 33.6 डिग्री और बोकारो में 33.1 डिग्री अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। इस मानसून सीजन में झारखंड के 10 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जिनमें पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, रांची, खूंटी, लातेहार, रामगढ़, धनबाद, जामताड़ा और दुमका शामिल हैं। इनमें पूर्वी सिंहभूम में 53 प्रतिशत, सरायकेला-खरसावां में 48 प्रतिशत और रांची में 46 प्रतिशत सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
पाकुड़ जिले की स्थिति
पाकुड़ जिले में स्थिति
हालांकि, पाकुड़ जिले में स्थिति भिन्न है। यहां सामान्य से 28 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इसके अलावा, 13 जिलों में औसत स्तर की वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में लगातार वर्षा से नदियों और जलाशयों का जलस्तर बढ़ सकता है, जिससे कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।