Newzfatafatlogo

झारखंड में शहरी विकास की नई पहल: अंतरराज्यीय बस टर्मिनल और मॉल का निर्माण

झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहरी विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। नगर विकास एवं आवास मंत्री ने पर्यटन को आधार बनाकर शहरों के विकास के निर्देश दिए हैं। रिंग रोड के पास दुबलिया में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल और राज्य के सबसे बड़े मॉल का निर्माण प्रस्तावित है। इस परियोजना का कार्य जुडको को सौंपा गया है। कर्नाटक की कंसल्टेंसी फर्म आईडीईसी ने मॉल के निर्माण की योजना प्रस्तुत की है, जिसमें झारखंड की सांस्कृतिक विशेषताओं का समावेश होगा।
 | 
झारखंड में शहरी विकास की नई पहल: अंतरराज्यीय बस टर्मिनल और मॉल का निर्माण

मुख्यमंत्री का विकास का सपना

झारखंड समाचार: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संतुलित और समग्र शहरी विकास की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार ने शहरों के विकास के लिए पर्यटन को आधार बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण और मंत्रियों के निर्देशों के अनुसार, नगर विकास विभाग ने कार्यवाही आरंभ कर दी है।


मॉल और बस टर्मिनल का निर्माण

इस योजना के तहत, रिंग रोड के निकट दुबलिया में प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) के साथ राज्य के सबसे बड़े मॉल का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना की जिम्मेदारी जुडको को सौंपी गई है।


मॉल का निर्माण कैसे होगा?

कर्नाटक की सरकारी कंसल्टेंसी फर्म आईडीईसी ने प्रधान सचिव कार्यालय में इस योजना का प्रस्तुतीकरण किया। प्रधान सचिव सुनील कुमार ने एक सप्ताह के भीतर योजना में आवश्यक बदलावों के साथ प्रारूप तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मॉल का निर्माण इस प्रकार किया जाना चाहिए कि लोग ट्रैफिक जाम और भीड़-भाड़ से दूर, शांत वातावरण में खरीदारी कर सकें।


भव्य मॉल का डिजाइन

प्रधान सचिव के निर्देशानुसार, भव्य मॉल का डिजाइन तैयार किया जा रहा है, जिसमें हरियाली, झारखंड की सांस्कृतिक विशेषताएँ, पर्यावरण, स्वच्छता, आधुनिकता और सुरक्षा का समावेश होगा। रिंग रोड के पास मॉल के निर्माण से आस-पास के क्षेत्रों में शहरी विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। पतरातू, रामगढ़, कुर्दु और लोहरदगा के निवासियों को ब्रांडेड सामान उपलब्ध होंगे।


ISBT की संरचना


  • ग्राउंड फ्लोर: बस रूट 17, इंटरसिटी बस रूट 21, अंतरराज्यीय बस रूट 18, अंतरराज्यीय बस रूट 15, कुल 211 बस स्टॉप, शौचालय, सुरक्षा कक्ष, टिकट काउंटर, एटीए, लैंडस्केपिंग, कियोस्क।

  • फर्स्ट फ्लोर: भोजन कियोस्क, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, रेस्टोरेंट, छात्रावास, भोजनालय, शौचालय।

  • यात्रियों के लिए आरामदायक शेड, स्वच्छ हवा, बांस की कलाकृति, झारखंड संस्कृति पर आधारित डिजाइन, एलईडी स्क्रीन, वर्कशॉप, कंपाउंड वॉल, कार-बाइक पार्किंग, हॉस्टल, अस्पताल, सुरक्षा कक्ष, पेट्रोल-डीजल व सीएनजी पंप, लैंडस्केपिंग।