झारखंड में साइबर ठगी का बड़ा खुलासा: 24 लाख रुपये की धोखाधड़ी

झारखंड साइबर अपराध का मामला
झारखंड साइबर क्राइम: रांची से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें यूट्यूब और व्हाट्सएप के माध्यम से एक बड़ी साइबर ठगी का पर्दाफाश हुआ है। झारखंड CID की साइबर क्राइम शाखा ने लखनऊ (उत्तर प्रदेश) से एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने सोशल मीडिया पर आकर्षक ऑफर्स देकर लगभग 24 लाख रुपये की ठगी की है। इस ठग का नाम विजय प्रकाश है और इसे उत्तर प्रदेश पुलिस की सहायता से पकड़ा गया है।
इस तकनीकी धोखाधड़ी में ठग यूट्यूब पर 'स्मॉल केस' और 'स्टॉक इन्वेस्टमेंट' जैसे विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को फंसाता था। जब कोई व्यक्ति इन विज्ञापनों पर क्लिक करता, तो उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाता, जहां निवेश के बदले 5 से 10 गुना रिटर्न का झांसा दिया जाता था। लोगों ने विश्वास कर विभिन्न बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कर दिए, जिससे कुल 23.95 लाख रुपये की ठगी हुई।
ठग के खिलाफ दर्ज मामले
ठग के खिलाफ 16 राज्यों में 38 मामले
जांच में यह पता चला कि विजय प्रकाश के द्वारा उपयोग किए गए बैंक खातों से जुड़े ठगी के 38 मामले देश के विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं। इनमें हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बंगाल, झारखंड समेत कुल 16 राज्य शामिल हैं। यह दर्शाता है कि यह ठग एक राष्ट्रीय स्तर का साइबर अपराधी है, जो लंबे समय से लोगों को ठग रहा था।
पुलिस की कार्रवाई
बरामद किए गए सबूत
गिरफ्तारी के समय पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस अब उसके नेटवर्क की खोज में जुटी है ताकि अन्य अपराधियों को भी पकड़ा जा सके। यदि आप भी सोशल मीडिया पर निवेश या मुफ्त रिटर्न जैसे आकर्षक ऑफर्स देखते हैं, तो सतर्क रहें!