झारखंड में सिविल इंजीनियर की संदिग्ध मौत, जांच शुरू

सिविल इंजीनियर का शव बरामद
झारखंड के चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र में एक सिविल इंजीनियर का शव उनके कमरे से मिला है। मृतक की पहचान दिलनवाज के रूप में हुई है, जो बिहार के मधेपुरा के निवासी थे। वह पीरी गांव में संकट मोचन मंदिर के निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे थे और एक किराए के मकान में रह रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही सिमरिया थाना प्रभारी ने पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए चतरा सदर अस्पताल भेजा। मृतक के बिस्तर के नीचे से कई दवाएं मिली हैं। पुलिस को उनके घुटनों पर चोट के निशान और मलहम-पट्टी के सबूत भी मिले हैं, जिससे उनकी मौत को लेकर संदेह उत्पन्न हुआ है।
जांच की दिशा
सिमरिया थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दिलनवाज पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और नियमित दवाएं ले रहे थे। हालांकि, चोट के निशान और दवाओं की बरामदगी के बाद पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
पुलिस ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा। आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार, दिलनवाज पिछले कुछ महीनों से गांव में रहकर मंदिर निर्माण की निगरानी कर रहे थे और अधिकतर समय साइट पर ही बिताते थे। उनके अचानक निधन से स्थानीय लोग भी सदमे में हैं। उनके परिजनों को भी इस घटना की सूचना दे दी गई है।
जांच की प्रक्रिया
फिलहाल, पुलिस यह जांच कर रही है कि यह स्वाभाविक मौत है या इसके पीछे कोई अन्य कारण है। मौके से जुटाए गए साक्ष्यों और दवाओं के नमूनों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी।