डायरिया से बच्चों की सुरक्षा के लिए अभियान 31 जुलाई तक जारी रहेगा

डायरिया से बचाव के लिए विशेष अभियान
- घरों में ओआरएस घोल और जिंक टेबलेट की वितरण की जाएगी
- 28 जून तक स्पेशल इम्यूनाइजेशन वीक मनाया जाएगा
(Jind News) जींद। बच्चों को डायरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाने के लिए स्टॉप डायरिया अभियान 31 जुलाई तक चलेगा। इस संबंध में सोमवार को एडीसी कार्यालय में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को समन्वय से अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए और आम जनता से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय भाग लें।
बैठक में स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हुए। जिला स्वास्थ्य विभाग ने अभियान की विस्तृत योजना प्रस्तुत की।
ओआरएस जिंक कॉर्नर की स्थापना
प्रत्येक स्वास्थ्य सब सेंटर पर ओआरएस जिंक कॉर्नर स्थापित होंगे
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संदीप लोहान ने बताया कि यह अभियान 0 से 5 वर्ष के बच्चों में डायरिया की रोकथाम और जागरूकता के लिए है। इस दौरान ओआरएस घोल और जिंक टेबलेट की निर्धारित मात्रा उन घरों में वितरित की जाएगी जहां छोटे बच्चे रहते हैं। प्रत्येक स्वास्थ्य सब सेंटर पर ओआरएस जिंक कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे, जहां डायरिया के लक्षण, बचाव और उपचार की जानकारी दी जाएगी। मोबाइल टीमें गांवों में जाकर बच्चों को ओआरएस और जिंक का सेवन सुनिश्चित करेंगी।
कुल 1,34,392 बच्चों को कवर करने का लक्ष्य
जिले में कुल 1,34,392 बच्चों को किया जाएगा कवर
इस अभियान के तहत 1,34,392 बच्चों को कवर करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके सफल संचालन के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्टाफ नर्स और आशा वर्कर्स को प्रशिक्षित किया गया है। जिले भर में 233 ओआरटी सेंटर स्थापित किए गए हैं। स्कूलों में विशेष हैंडवॉशिंग गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा, ईंट भट्टों, स्लम बस्तियों और निर्माण स्थलों जैसे उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में मोबाइल हेल्थ टीमों के माध्यम से व्यापक कवरेज सुनिश्चित किया जाएगा।
28 जून तक स्पेशल इम्यूनाइजेशन वीक भी मनाया जा रहा है, जिसमें 0 से 5 वर्ष के लेफ्ट आउट और ड्रॉपआउट बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। 910 बच्चों को कवर करने के लिए 184 सत्रों का आयोजन किया जाएगा। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।