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डूंगरपुर में जनप्रतिनिधियों के बीच हंगामा, विकास समिति की बैठक प्रभावित

राजस्थान के डूंगरपुर जिले में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में जनप्रतिनिधियों के बीच तीखी बहस हुई। सांसद राजकुमार रोत और डॉ. मन्नालाल रावत के बीच मतभेद ने हंगामा खड़ा कर दिया। विधायक उमेश डामोर ने भी विवाद में कूदकर स्थिति को और बिगाड़ दिया। सुरक्षा कर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिससे विकास कार्यों की समीक्षा प्रभावित हुई। इस घटना ने सभी को चौंका दिया।
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डूंगरपुर में जनप्रतिनिधियों के बीच हंगामा, विकास समिति की बैठक प्रभावित

डूंगरपुर में विवादास्पद बैठक


डूंगरपुर: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक उस समय विवाद का कारण बन गई, जब दो प्रमुख जनप्रतिनिधियों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। इस बैठक की अध्यक्षता बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र से भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के सांसद राजकुमार रोत कर रहे थे, जबकि उदयपुर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद डॉ. मन्नालाल रावत भी उपस्थित थे।


बैठक की शुरुआत में ही माहौल तनावपूर्ण हो गया। सांसद राजकुमार रोत ने केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ-साथ कुछ स्थानीय मुद्दों को उठाने का प्रयास किया। इस पर सांसद मन्नालाल रावत ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि दिशा समिति की बैठकें केवल केंद्र प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा पर केंद्रित होनी चाहिए। दोनों नेताओं के बीच यह मतभेद तेजी से बहस में बदल गया और बातचीत में तीखापन आ गया।


विधायक की भी एंट्री

विधायक भी झगड़े में कूदे


स्थिति और बिगड़ गई जब आसपुर विधानसभा क्षेत्र से बीएपी विधायक उमेश डामोर भी चर्चा में शामिल हो गए। विधायक ने बीजेपी सांसद को संबोधित करते हुए कहा कि यदि लड़ाई करनी है तो बाहर आकर सामना करें। इस बयान ने सभागार में हलचल मचा दी। दोनों पक्षों के समर्थक भी सक्रिय हो गए, जिससे माहौल और गरमा गया।


सुरक्षा कर्मियों को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को शांत कराने और अलग करने का प्रयास किया। हंगामे के कारण विकास कार्यों और योजनाओं की समीक्षा पर चर्चा प्रभावित हुई। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के बाद बैठक को आगे बढ़ाया, लेकिन यह घटना सभी को चौंका गई।