डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमिर जेलेंस्की की महत्वपूर्ण बैठक

ट्रंप और जेलेंस्की की व्हाइट हाउस में मुलाकात
डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमिर जेलेंस्की की बैठक: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में एक महत्वपूर्ण चर्चा हुई। इस बैठक के दौरान, अमेरिका, यूक्रेन और यूरोप के नेताओं के बीच बातचीत को ध्यान में रखते हुए, दोनों नेताओं ने आशा व्यक्त की कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
यह मुलाकात ट्रंप और पुतिन के बीच हाल की बातचीत के बाद हुई। ट्रंप ने कहा कि अब यह जेलेंस्की पर निर्भर करता है कि वे कुछ आवश्यक समझौतों पर सहमति बनाएं, जिससे युद्ध समाप्त हो सके। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने पिछले छह महीनों में छह युद्ध समाप्त करवाए हैं।
#WATCH | US President Donald Trump says, "The war (Russia-Ukraine) is going to end. When it ends, I can't tell you but the war is going to end and this gentleman wants it to end and Vladimir Putin wants it to end. I think the whole world is tired of it. We are going to get it… pic.twitter.com/vd7auHDpPE
— News Media (@NewsMedia) August 18, 2025
ट्रंप की टिप्पणी
ट्रंप का बयान:
ट्रंप ने कहा, "यह युद्ध समाप्त होगा। कब होगा, यह नहीं कह सकता, लेकिन यह निश्चित रूप से खत्म होगा। जेलेंस्की और पुतिन दोनों ही युद्ध समाप्त करना चाहते हैं। पूरी दुनिया इससे थक चुकी है।" उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगा था कि यह युद्ध समाप्त करना सबसे आसान होगा, लेकिन यह अपेक्षा से अधिक कठिन साबित हुआ। उन्होंने भारत-पाकिस्तान और अफ्रीका के देशों जैसे रवांडा और कांगो का उदाहरण दिया, जहां दशकों से संघर्ष जारी है।
जेलेंस्की की सहमति
जेलेंस्की का रुख:
जेलेंस्की ने त्रिपक्षीय वार्ता के लिए अपनी सहमति दी। उन्होंने कहा, "यदि सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है, तो मैं चुनाव कराने के लिए तैयार हूं।" इसका अर्थ है कि वे यूक्रेन में चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन इसके लिए देश में शांति और सुरक्षा आवश्यक है। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने पुतिन से सीधे नहीं, बल्कि परोक्ष रूप से बातचीत की है और वे जल्द ही उन्हें सीधे फोन करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, "यदि तीनों देशों की बैठक होती है, तो यह अच्छा होगा, अन्यथा संघर्ष जारी रह सकता है।"