डोनाल्ड ट्रंप का UNGA भाषण: तकनीकी गड़बड़ी में भी दिखा उनका मजाकिया अंदाज

डोनाल्ड ट्रंप का भाषण और तकनीकी बाधाएं
डोनाल्ड ट्रंप का टेलीप्रॉम्प्टर फेल: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में डोनाल्ड ट्रंप का भाषण एक तकनीकी समस्या के कारण कुछ समय के लिए दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया। जब ट्रंप मंच की ओर बढ़ रहे थे, तो एस्केलेटर ने काम करना बंद कर दिया। जैसे ही वे मंच पर पहुंचे, टेलीप्रॉम्प्टर भी ठप हो गया। कुछ समय तक वे इधर-उधर देखते रहे और फिर हंसते-मुस्कुराते हुए अपने भाषण की शुरुआत की।
टेलीप्रॉम्प्टर की खराबी पर ट्रंप का मजाक
टेलीप्रॉम्प्टर के बंद होने पर ट्रंप ने मजाकिया अंदाज में कहा, "टेलीप्रॉम्प्टर काम नहीं कर रहा है, लेकिन मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अब मैं दिल से बोलूंगा।" उन्होंने हंसते हुए कहा, "जो भी इस टेलीप्रॉम्प्टर को चला रहा है, उसका हाल बहुत बुरा होने वाला है।" उनके इस मजाक ने माहौल को हल्का कर दिया और वहां मौजूद डिप्लोमैट्स की हंसी छूट गई।
ट्रंप ने UN की कार्यप्रणाली पर तंज कसा
भाषण के दौरान ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की कार्यप्रणाली पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा, "यूएन से मुझे आज एक टूटी हुई एस्केलेटर और खराब टेलीप्रॉम्प्टर ही मिला है। अगर यह संस्था इतनी बड़ी क्षमता रखती है, तो ये साधारण चीजें भी क्यों नहीं संभाल पाती?" उनके इस बयान पर भी उपस्थित लोग मुस्कुराए।
UN's escalator STOPS moment Trump & Melania step foot on it
— RT (@RT_com) September 23, 2025
Intentional? https://t.co/ptBy7ZPd5v pic.twitter.com/4lXXnHkwM1
अन्य नेताओं के साथ भी हुई हैं ऐसी घटनाएं
ट्रंप की यह स्थिति नई नहीं है। इससे पहले कई प्रमुख विश्व नेताओं को भी सार्वजनिक मंचों पर तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा है।
जस्टिन ट्रूडो – कनाडा के प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान माइक्रोफोन का कनेक्शन टूट गया था। ट्रूडो ने अपने सेंस ऑफ ह्यूमर के साथ स्थिति को संभाल लिया।
बराक ओबामा – अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टेलीप्रॉम्प्टर फेल हो गया था। ओबामा ने आत्मविश्वास से स्थिति संभाली और नोट्स देखकर भाषण जारी रखा।
एंजेला मर्केल – जर्मनी की पूर्व चांसलर एक सम्मेलन में प्रस्तुति दे रही थीं, तभी लाइन कट गई। मर्केल ने बिना माइक के संवाद जारी रखा और हॉल को अपनी आवाज़ से संभाला।
बोरिस जॉनसन – ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान माइक बंद हो गया था। जॉनसन ने जोर से बोलते हुए अपना भाषण जारी रखा।
नेतृत्व में हास्य की शक्ति
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि तकनीकी समस्याएं चाहे कितनी भी गंभीर क्यों न हों, एक सच्चे नेता का आत्मविश्वास और हास्यबोध उसे हर स्थिति में विजेता बना सकता है। ट्रंप ने भी इसी अंदाज में अपने भाषण को न केवल पूरा किया बल्कि उपस्थित सभी प्रतिनिधियों का ध्यान भी आकर्षित किया।