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डोनाल्ड ट्रम्प के यात्रा प्रतिबंध से अफ्रीका में चिंता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया कार्यकारी आदेश ने 12 देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे अफ्रीकी संघ ने चिंता जताई है। इस निर्णय के दीर्घकालिक प्रभावों पर चर्चा करते हुए, एयू ने अमेरिका और अफ्रीका के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचाने की आशंका व्यक्त की है। जानें कौन से देश प्रभावित हुए हैं और इस पर अफ्रीकी संघ की क्या प्रतिक्रिया है।
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डोनाल्ड ट्रम्प के यात्रा प्रतिबंध से अफ्रीका में चिंता

डोनाल्ड ट्रम्प का कार्यकारी आदेश

डोनाल्ड ट्रम्प: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा जारी किए गए हालिया कार्यकारी आदेश ने 12 देशों पर पूर्ण यात्रा प्रतिबंध और चार अन्य अफ्रीकी देशों पर आंशिक प्रतिबंध लागू कर दिया है, जिससे वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। यह निर्णय विशेष रूप से अफ्रीकी देशों पर प्रभाव डाल रहा है।


अफ्रीकी संघ की प्रतिक्रिया

इस निर्णय के बाद, अफ्रीकी संघ (एयू) ने इसके दीर्घकालिक प्रभावों को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। एयू आयोग ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह यात्रा प्रतिबंध अमेरिका और अफ्रीका के बीच दशकों से चले आ रहे संबंधों के लिए हानिकारक है।


अफ्रीकी संघ आयोग का बयान

अफ्रीकी संघ आयोग ने कहा: "हम लोगों के बीच आपसी संबंधों, शैक्षिक आदान-प्रदान, वाणिज्यिक जुड़ाव और व्यापक राजनयिक संबंधों पर इस तरह के उपायों के संभावित नकारात्मक प्रभावों को लेकर चिंतित हैं, जिन्हें दशकों से सावधानीपूर्वक विकसित किया गया है। अमेरिका और अफ्रीका शांति, समृद्धि और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में आपसी हित साझा करते हैं।" एयू ने अमेरिकी प्रशासन से इस नीति पर पुनर्विचार करने और अधिक संवादात्मक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की है।


प्रतिबंधित देशों की सूची

कौन से देश प्रभावित हुए? ट्रम्प के नए कार्यकारी आदेश के तहत, चाड, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, लीबिया, सोमालिया और सूडान के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। व्हाइट हाउस के अनुसार, चाड, कांगो और इक्वेटोरियल गिनी जैसे देशों में वीजा अवधि से अधिक समय तक रुकने की दर असामान्य रूप से अधिक है। वहीं, इरिट्रिया, लीबिया, सोमालिया और सूडान में पासपोर्ट और नागरिक दस्तावेज जारी करने वाली विश्वसनीय प्रणाली की कमी को इस प्रतिबंध का कारण बताया गया है। इसके अतिरिक्त, बुरुंडी, सिएरा लियोन और टोगो जैसे देशों पर आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिसके तहत इन देशों के नागरिकों के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया को निलंबित कर दिया गया है। व्हाइट हाउस ने इन देशों में भी वीजा अवधि से अधिक समय तक रुकने की उच्च दर को इसका आधार बनाया है।