Newzfatafatlogo

तमिल अभिनेता आर्य की रेस्टोरेंट चेन 'सी शेल' पर आयकर विभाग की छापेमारी: क्या है मामला?

तमिल अभिनेता आर्य की रेस्टोरेंट चेन 'सी शेल' पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। यह कार्रवाई टैक्स चोरी की शिकायतों के बाद की गई है, जिसमें दुबई की एक कंपनी से जुड़े निवेश की जांच की जा रही है। जांच में आर्य की गतिविधियों और संपत्तियों की भी समीक्षा की जा रही है। जानें इस मामले में क्या नया सामने आ सकता है और आयकर विभाग की कार्रवाई का क्या असर होगा।
 | 
तमिल अभिनेता आर्य की रेस्टोरेंट चेन 'सी शेल' पर आयकर विभाग की छापेमारी: क्या है मामला?

आर्य की रेस्टोरेंट चेन पर आयकर विभाग की नजर

तमिल सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता आर्य की रेस्टोरेंट श्रृंखला 'सी शेल' हाल ही में आयकर विभाग की जांच के दायरे में आ गई है। बुधवार की सुबह, चेन्नई सहित विभिन्न स्थानों पर आयकर विभाग ने एक साथ छापेमारी की, जिससे हलचल मच गई। यह रेस्टोरेंट श्रृंखला अपनी विशेष अरबी व्यंजनों के लिए जानी जाती है और शहर के कई हिस्सों में इसकी शाखाएँ हैं।


टैक्स चोरी की शिकायतों के बाद की गई कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर की गई है। जांच में यह सामने आया है कि इस रेस्टोरेंट श्रृंखला का संबंध दुबई स्थित एक कंपनी से है, जिसने तमिलनाडु और केरल में निवेश किया है। इसी संदर्भ में अभिनेता आर्य की भूमिका और उनकी संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।


दुबई की कंपनी से जुड़ा मामला

इनकम टैक्स विभाग ने सबसे पहले केरल के कोच्चि में टैक्स चोरी की शिकायतों पर जांच शुरू की थी। आरोप है कि दुबई की एक कंपनी द्वारा रेस्टोरेंट श्रृंखला में किए गए निवेश में टैक्स नियमों का उल्लंघन हुआ है। इस जांच का दायरा अब चेन्नई तक पहुँच चुका है, जहाँ 'सी शेल' रेस्टोरेंट की कई शाखाओं पर छापे मारे जा रहे हैं।


आर्य का निवेश और गतिविधियाँ

जानकारी के अनुसार, अभिनेता आर्य ने 'सी शेल' की कुछ शाखाओं को खरीदकर उनका संचालन स्वयं शुरू किया था। इसी कारण आयकर विभाग की नजर अब उनकी गतिविधियों और वित्तीय लेन-देन पर भी है। जांच के दायरे में न केवल रेस्टोरेंट्स बल्कि अभिनेता का निजी निवास भी शामिल हो गया है।


आयकर विभाग की छापेमारी की विस्तृत योजना

बुधवार की सुबह, आयकर विभाग की टीमें अन्ना नगर, वेलाचेरी और दुरईपक्कम स्थित रेस्टोरेंट शाखाओं पर पहुँचीं। अधिकारी तीन वाहनों में सवार होकर दस्तावेजों की जांच में जुट गए। विभाग ने कार्रवाई को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आठ टीमों में बंटकर एक साथ विभिन्न स्थानों पर छापेमारी शुरू की।


अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं

फिलहाल, आयकर विभाग ने इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सूत्रों का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक किसी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाज़ी होगी। लेकिन यह स्पष्ट है कि जांच में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।