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दलाई लामा के 90वें जन्मदिन पर भव्य समारोह का आयोजन

धर्मशाला में 14वें दलाई लामा के 90वें जन्मदिन पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उनकी उपस्थिति को भारत के लिए गर्व का विषय बताया। समारोह में हजारों अनुयायियों ने भाग लिया और दलाई लामा की दीर्घायु और वैश्विक शांति के लिए प्रार्थनाएं की गईं। दलाई लामा ने अपने निर्वासन के जीवन पर विचार साझा करते हुए जीवों की सेवा करने का इरादा व्यक्त किया। इस आयोजन ने भारत और तिब्बती समुदाय के बीच गहरे रिश्ते को और मजबूत किया।
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दलाई लामा के 90वें जन्मदिन पर भव्य समारोह का आयोजन

दलाई लामा का जन्मदिन समारोह

दलाई लामा का जन्मदिन: धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में रविवार को 14वें दलाई लामा के 90वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने तिब्बती आध्यात्मिक नेता के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति भारत के लिए गर्व की बात है। समारोह में प्रार्थनाएं, श्रद्धांजलि और आध्यात्मिक उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला।


मुख्य दलाई लामा मंदिर में आयोजित इस समारोह में हजारों अनुयायियों ने भाग लिया। इसके अलावा, शिमला के निकट दोरजीदक मठ में निर्वासित तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं ने विशेष प्रार्थनाएं कीं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर दलाई लामा की दीर्घायु और वैश्विक शांति के लिए प्रार्थनाएं की गईं। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, "आपकी पवित्रता, आप एक आध्यात्मिक नेता से भी बढ़कर हैं। आप प्राचीन ज्ञान और आधुनिकता के बीच एक जीवंत पुल हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हम अपने देश में आपकी उपस्थिति को धन्य मानते हैं, जिसे आप अपनी 'आर्यभूमि' मानते हैं।"



दलाई लामा का संदेश


जन्मदिन की पूर्व संध्या पर, दलाई लामा ने अपने निर्वासन के जीवन पर विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "हालांकि हमने अपना देश खो दिया है और हम भारत में निर्वासित हैं, लेकिन यहीं पर मैं जीवों को काफी लाभ पहुंचाने में सक्षम रहा हूं। मैं जितना संभव हो सके जीवों की सेवा करने का इरादा रखता हूं।"


उत्तराधिकार पर बहस और भारत की स्थिति


यह समारोह दलाई लामा के उत्तराधिकार को लेकर चल रही बहस के बीच हुआ, जो भारत और चीन के बीच एक संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है। हाल ही में, चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि अगले दलाई लामा का चयन बीजिंग द्वारा अनुमोदित प्रक्रिया के तहत होना चाहिए। इस बयान को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया। रिजिजू ने भारत की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा, "एक श्रद्धालु के रूप में, मैं यह कहना चाहता हूं कि परम पावन द्वारा जो भी निर्णय लिया जाएगा, हम उसका पूरी तरह से पालन करेंगे।"


दलाई लामा का स्पष्ट संदेश


दलाई लामा ने अपने उत्तराधिकारी के चयन को लेकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया उनकी स्थापित गैर-लाभकारी संस्था गादेन फोडरंग ट्रस्ट द्वारा की जाएगी। उन्होंने किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को साफ तौर पर अस्वीकार किया, जिसे व्यापक रूप से चीन के प्रति एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।


आध्यात्मिकता और शांति का प्रतीक


धर्मशाला में आयोजित यह समारोह न केवल दलाई लामा के 90वें जन्मदिन का उत्सव था, बल्कि उनकी शिक्षाओं और वैश्विक शांति के प्रति उनके योगदान का सम्मान भी था। यह आयोजन भारत और तिब्बती समुदाय के बीच गहरे रिश्ते को और मजबूत करने का प्रतीक बना।