दादरी में खाद की कमी से किसानों की परेशानियाँ बढ़ीं

खाद के लिए किसानों की लंबी कतारें
दादरी में खाद की कमी: शहर की पुरानी अनाज मंडी में सरसों की फसल के लिए खाद लेने के लिए किसान रात 1 बजे से ही दुकान के बाहर कतार में खड़े थे। सोमवार को हुई तेज बारिश के कारण मंडी में पानी भर गया, फिर भी किसान घंटों तक पानी में खड़े रहकर खाद का इंतजार करते रहे।
महिलाएं और बच्चे भी कतार में
महिलाएं और बच्चे भी भूखे-प्यासे कतार में खड़े नजर आए। बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस की मौजूदगी में खाद का वितरण किया गया, लेकिन किसानों और पुलिस के बीच नंबर को लेकर झड़पें भी हुईं। दादरी के लगभग 15 गांवों के खेतों में बारिश का पानी भरा हुआ है।
किसानों का आक्रोश
काफी मेहनत के बाद खाद वितरण कार्य दोपहर 10 बजे के बाद शुरू हुआ। खाद के लिए एक ही परिवार के तीन से चार सदस्य आधार कार्ड लेकर कतार में खड़े थे। गांव छिल्लर से खाद लेने आए किसान विजय, संदीप, सतीश, और राजीव ने बताया कि अन्य दुकानदार खाद को स्टॉक कर लेते हैं और बाद में उसे महंगा बेचते हैं। इसके अलावा, उन्हें कीटनाशक दवा भी खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है।
महिलाओं की तबीयत बिगड़ी
लंबी कतार और भीड़ के कारण कुछ महिलाओं की तबीयत भी बिगड़ गई। एक वायरल वीडियो में दिख रहा है कि महिलाएं अपनी जान जोखिम में डालकर खाद के कट्टों पर चढ़ रही हैं, ताकि उनका नंबर जल्दी आ सके।
खाद की आपूर्ति
जमींदारा सोसायटी के मैनेजर राजेश कुमार ने बताया कि रविवार को किसानों के लिए 1000 बैग खाद आए थे, जिनमें से सोमवार को शाम 5 बजे तक लगभग 500 बैग बांटे गए। उन्होंने कहा कि खाद को आए एक महीने से अधिक समय हो चुका था, जिसके कारण किसानों की भीड़ बढ़ गई।
आधार कार्ड की सीमाएं
हैफेड द्वारा निर्देशित किया गया है कि एक आधार कार्ड पर केवल 2 बैग खाद दिए जाएंगे, जिसके कारण एक ही परिवार के बच्चे और बुजुर्ग महिलाएं भी कतार में खड़ी थीं। खाद पिछले 24 जुलाई को जिले में पहुंचा था, जिसमें केवल 600 बैग ही किसानों को बांटे गए थे।